इस्लामाबाद, 12 अगस्त (आईएएनएस)। पाकिस्तान के विदेश मामलों के शीर्ष सलाहकार सरताज अजीज ने शुक्रवार को कहा कि जम्मू एवं कश्मीर विवाद पर वार्ता के लिए नई दिल्ली को चाहिए कि वह इस्लामाबाद को आमंत्रित करे।
विदेश कार्यालय के एक बयान के मुताबिक, प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के सलाहकार सरताज अजीज ने जोर देते हुए कहा कि इस्लामाबाद आत्मनिर्णय के लिए संघर्ष कर रहे कश्मीर के लोगों का समर्थन करना जारी रखेगा।
सरताज ने कहा कि हमारे विदेश सचिव (एजाज चौधरी) इस संबंध में औपचारिक तौर पर अपने (भारतीय) समकक्ष को पत्र लिखेंगे।
अजीज ने यह भी कहा कि पाकिस्तान परमाणु परीक्षण न करने के मुद्दे पर एकतरफा प्रतिबंध को भारत के साथ द्विपक्षीय व्यवस्था में तब्दील करने पर विचार करने को तैयार है।
पाकिस्तान ने गुरुवार को कहा कि उसने अरब लीग को एक पत्र लिखा है, जिसमें कश्मीर में भारत की बर्बरता उजागर की गई है और सदस्य राष्ट्रों से हस्तक्षेप करने को कहा गया है।
बयान के मुताबिक, अरब लीग के महासचिव अहमद अबौल घेइत को लिखे पत्र में अजीज ने कहा है कि कश्मीर घाटी में वर्तमान अशांति लंबे वक्त से अलग-थलग महसूस कर रहे कश्मीरियों के विद्रोह का नतीजा है।
उन्होंने कहा कि कश्मीर में वर्तमान हालात भारत द्वारा कश्मीरियों को आत्मनिर्णय का अधिकार देने से लगातार इंकार करने का नतीजा है, जिसका वादा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने प्रासंगिक प्रस्ताव में किया था।
अजीज ने कहा, “कश्मीर में वर्तमान में लोगों ने जो विद्रोह छेड़ा है, यह कोई अलग घटना नहीं है, बल्कि भारतीय कब्जे वाले इलाके के दबाए गए लोगों के गहरे, व्यापक व काफी लंबे समय से अलगाव की अभिव्यक्ति है।”
उन्होंने कहा कि अचानक व व्यापक विद्रोह इस बात की अभिव्यक्ति है कि कश्मीरियों का संघर्ष पूरी तरह उनके बीच से उपजा आंदोलन है और उसे आतंकवाद नहीं कहा जा सकता।