वाशिंगटन, 5 दिसंबर (आईएएनएस)। अमेरिकी जांच एजेंसी एफबीआई कैलिफोर्निया में हुई गोलीबारी की घटना की जांच आतंकवादी घटना की दृष्टि से कर रही है। इस हमले में शामिल महिला हमलावर के फेसबुक पर की गई पोस्ट के खुलासे के बाद एफबीआई ने यह कदम उठाया है।
वाशिंगटन, 5 दिसंबर (आईएएनएस)। अमेरिकी जांच एजेंसी एफबीआई कैलिफोर्निया में हुई गोलीबारी की घटना की जांच आतंकवादी घटना की दृष्टि से कर रही है। इस हमले में शामिल महिला हमलावर के फेसबुक पर की गई पोस्ट के खुलासे के बाद एफबीआई ने यह कदम उठाया है।
महिला हमलावर तशफीन मलिक (27) ने फेसबुक पर अलग नाम के खाते से एक पोस्ट की थी, जिसमें आईएसआईएस के नेता अबु बकर अल बगदादी के प्रति निष्ठा की प्रतिबद्धता जताई गई थी।
तशफीन मलिक ने बुधवार को अपने पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी पति सैयद रिजवान फारूक के साथ मिलकर कैलिफोर्निया के बर्नार्डिनो में आयोजित हॉलीडे पार्टी के दौरान 14 लोगों को गोलियों से भून डाला। इस दौरान 21 लोग घायल हो गए।
हालांकि, अधिकारियों ने यह नहीं बताया कि उन्हें कैसे पता चला कि मलिक ने यह फेसबुक पोस्ट की। लेकिन कुछ घंटे बाद एफबीआई अधिकारी डेविड बाउडिच ने शुक्रवार को कहा था कि कैलिफोर्निया गोलीबारी आतंकवादी घटना थी और इसी रूप में इसकी जांच की जाएगी।
लॉस एंजेलिस में एफबीआई कार्यालय के सहायक निदेशक बाउडिच ने कहा कि एफबीआई ने इस घटना के लिए व्यापक योजना के साक्ष्य जुटाए हैं। इन दोनों हमलावरों में से एक की अन्य शख्स के साथ फोन पर बातचीत के ब्यौरे की जांच की जा रही है।
फेसबुक के एक अधिकारी ने सीएनएन को बताया कि बुधवार पूर्वाह्न लगभग 11 बजे की गई पोस्ट कंपनी के सामुदायिक मानकों का उल्लंघन करती थी, जिस वजह से गुरुवार को उसे फेसबुक पृष्ठ से हटा दिया गया।
कानून प्रवर्तन अधिकारी ने बताया, “यह अधिक कट्टरता की तरह प्रतीत हो रही है।”
पुलिस के मुताबिक, फारूक और उसकी पत्नी दोनों ही संभावित कट्टरपंथी लोगों की सूची में नहीं थे। लेकिन मलिक के संबंध कई आतंकवादी समूहों और आतंकवादियों से थे। मलिक का जन्म पाकिस्तान में हुआ था और वह लगभग 19 साल की उम्र में सऊदी अरब चली गई थी।
मलिक के-1 वीजा पर अमेरिका पहुंची और वहां शादी के गठबंधन में बंधने के दो साल बाद उसे अमेरिका की स्थाई नागरिकता का दर्जा मिल गया।
फारूक (28) और मलिक को घटनास्थल से कुछ मील की दूरी पर पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान मार गिराया।
प्रशासन का कहना है कि वह अभी भी पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि फारुख और उसकी पत्नी ने इनलैंड रीजनल सेंटर पर हमला क्यों किया।
बाउडिच का कहना है, “बेशक, उनका कोई मकसद होगा। हमें नहीं पता क्यों। हमें नहीं पता कि क्या जानबूझकर यह हमला किया गया या उन्हें किसी ने उकसाया।”
एनबीसी न्यूज ने अधिकारियों की पहचान उजागर किए बिना बताया कि फारूक कट्टरपंथी लग रहा था। वह लॉस एंजेलिस क्षेत्र में ऐसे लोगों के संपर्क में था जो जेहादी विचारधारा से ओत-प्रोत थे।