बर्नपुर, 10 मई (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को यहां कहा कि कोयला खदानों वाले इलाकों में जनजातीय समुदाय के विकास के लिए एक प्रतिष्ठान स्थापित किया जाएगा।
मोदी ने कहा कि अधिकतर खदानें वन क्षेत्रों में हैं, जहां रहने वाले जनजातीय समुदाय विकास की मुख्य धारा से बाहर रह जाते हैं।
यहां देश के सबसे बड़े ब्लास्ट फर्नेस (विस्फोट भट्टी) संयंत्र का उद्घाटन करते हुए उन्होंने कहा, “कोयला खनन का जनजातियों को कोई फायदा नहीं मिल पा रहा है। हमने उन जिलों में एक प्रतिष्ठान स्थापित करने का फैसला किया है, जिन्हें कोयला नीलामी से हासिल होने वाली रॉयल्टी का एक हिस्सा प्राप्त होगा।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि अकूत आय देने वाले खदानों के पास रहने के बाद भी जनजातियों को कोयला खदान का कोई लाभ नहीं मिलता है।
मोदी ने कहा, “इस रॉयल्टी का उपयोग संबंधित जिलों में जनजातीय समुदाय को आवास, पानी, शिक्षा और अन्य सुविधाएं देने में किया जाएगा।”
मोदी ने कहा, “हाल में मैं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह से मिला, जिन्होंने कहा कि चूंकि इन खदानों से करोड़ों रुपये की रॉयल्टी मिलेगी, इसलिए इन जनजातीय क्षेत्रों के विकास के लिए राज्य सरकार को अपने कोष से खर्च नहीं करना पड़ेगा।”
मोदी ने यह भी कहा कि कोयला खदानों की नीलामी से होने वाली आय संबंधित राज्यों को देने से उन राज्यों का विकास होगा।