नई दिल्ली, 2 अक्टूबर (आईएएनएस)। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 149वीं जयंती के मौके पर पूरे देश ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उपराष्ट्रपति एम.वेंकैया नायडू ने मंगलवार को राजघाट पर बापू को श्रद्धांजलि दी।
कोविंद ने बापू के 150वीं जयंती वर्ष के कार्यक्रमों का शुभारंभ करते हुए ट्वीट कर कहा, “गांधी जयंती के अवसर पर बापू को श्रद्धांजलि। गांधीजी का जीवन शांति, भाईचारा और सद्भाव के आदशरें के प्रति समर्पित था। आज हमारे पास उनके आदशरें को दोहराने और निष्ठा दिखाने का अवसर है। महात्मा गांधी के विचार पूरी मानवता के लिए प्रासंगिक हैं।”
प्रधानमंत्री ने राजघाट जाकर बापू को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “महात्मा गांधी के महान विचारों ने दुनिया भर में लाखों लोगों को ताकत दी। वह एक साहसी शख्स थे जो दूसरों के लिए जीए और हमारी दुनिया को बेहतर स्थान बनाया।”
मोदी ने सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सेन लुंग के रुख को लेकर ओप-एड का लिंक साझा करते हुए ट्वीट कर कहा कि कैसे भारत और सिंगापुर भविष्य की पीढ़ियों के लिए स्वच्छ व हरित वातावरण के निर्माण में एकजुट हैं।
मोदी ने इस मौके पर ओप-एड के लिंक को साझा करते हुए कहा “आज हम पूज्य बापू के 150वें जयंती वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं। हम सभी के पास उनके सपनों को पूरा करने का अच्छा अवसर है।”
उन्होंने कहा, “वह (महात्मा) दुनिया भर के लाखों लोगों के लिए उम्मीद का प्रकाश स्तंभ बने हुए हैं जो समानता, गरिमा, समावेश और सशक्तीकरण का जीवन चाहते हैं।”
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की और शांति के लिए उनके योगदान को याद किया।
उन्होंने ट्वीट कर कहा, “महात्मा गांधी के स्मारक पर मुझे एक बार फिर यह बात याद आई कि उन्होंने साबित किया था कि अहिंसा इतिहास बदल सकती है। जैसा कि हम उनके जन्म की 150वें जयंती वर्ष में कदम रख रहे हैं, उम्मीद है कि उनका ज्ञान और ²ढ़ संकल्प शांति और समृद्धि की दिशा में हमारे सामूहिक कार्य का मार्गदर्शन करे।”
कांग्रेस अध्यक्ष और संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी राजघाट पर पुष्पांजलि अर्पित की।
राहुल गांधी ने कहा, “गांधीजी भारत के हर शख्स के विचारों और मूल्यों में जीवित हैं। वह सच्चाई और अहिंसा के लिए जीते रहे और इन्हीं मूल्यों के लिए उन्होंने प्राण न्यौछावर कर दिए, यही मूल्य हमारे देश की नींव है। सच्चे देशभक्तों को इन मूल्यों की रक्षा करनी चाहिए।”