प्रोजेक्ट कमांड सेंटर वांग किंगान ने कहा कि इस रेलमार्ग पर छह अन्य स्टेशनों का भी जीर्णोद्धार किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि इस दौरान जलस्रोतों और वनस्पति की रक्षा के साथ पर्यावरण संरक्षण शीर्ष प्राथमिकता रहेगा।
1,956 किलोमीटर किंघई-तिब्बत रेलवे दुनिया का सबसे ऊंचा और सबसे लंबा पठार रेलमार्ग है। इसके साथ ही यह तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र से चीन के अन्य हिस्सों को जोड़ने वाला पहला नेटवर्क है।
पिछले एक दशक के दौरान इस रेलमार्ग पर 11.5 करोड़ यात्रियों और 44.8 करोड़ टन की माल ढुलाई की गई है।