इन स्वयंसेवकों में तीन पुरुष और एक महिला शामिल है। ये सभी दक्षिणी चीन के शेंझेंन शहर में एक बंद कैप्सूल में रहेंगे।
वैज्ञानिकों को आशा है कि यह प्रयोग इस बात प्रकाश डालेगा कि नियंत्रित स्थितियों में ऑक्सीजन, पानी और भोजन का कैसे उपयोग किया जा सकता है और इसका कैसे पुनरचक्रण किया जा सकता है। इस परियोजना की डिजाइन नियंत्रित पारिस्थितिक जीवन रक्षक प्रणाली की जांच करने के लिहाज से तैयार की गई है।
1,340 घन मीटर के इस बंद कैप्सूल की जमीनी सतह 370 वर्ग मीटर है और इसमें आठ कक्ष हैं। जिनमें यात्री, संसाधन और ग्रीनहाउस कक्ष शामिल हैं।
वैज्ञानिक इस कैप्सूल में गेंहू, आलू, शकरकंद, सोयाबीन, मूंगफली, अमरंथ (रामदाना), स्ट्रॉबेरी, चेरी, टमाटर समेत 25 प्रकार के फसलों की खेती कर रहे हैं।
ये पौधे एक व्यापक पारिस्थितिक शोधन प्रणाली का हिस्सा हैं, जो ऑक्सीजन और पानी को फिर से पैदा करने में मदद करते हैं और बाहरी आपूर्ति पर निर्भरता घटाते हैं।
चीनी अंतरिक्षयात्री केंद्र ने पिछले साल मई में स्वयंसेवकों से आवेदन मांगे थे। जिसके बाद 2,110 प्रतिभागियों में आठ लोगों को इस प्रयोग के लिए चुना गया। इनमें से दो स्वयंसेवक केंद्र के ही सदस्य हैं।