प्रवक्ता यांग युजून ने कहा कि सैन्य अभ्यास का कोडनेम ‘पीस एंड फ्रेंडशिप 2015’ होगा, जिसमें संयुक्त निगरानी, संयुक्त तलाशी व बचाव, अपहृत पनडुब्बियों को बचाना, हथियारों का इस्तेमाल, मानवीय सहायता तथा आपदा राहत जैसी गतिविधियां शामिल होंगी।
यांग ने कहा कि दोनों सशस्त्र बलों के बीच यह पहला संयुक्त अभ्यास होगा। उन्होंने कहा कि अभ्यास में चीन के 1,160 सैनिक, दो चीनी विध्वंसक पोत, एक अस्पताल जहाज, चार यातायात विमान तथा तीन शिपबोर्ड हेलीकॉप्टर शामिल होंगे।
प्रवक्ता के मुताबिक दोनों पक्ष वायु, जमीन व समुद्री बलों से समन्वय स्थापित करने के लिए एक संयुक्त कमान पोस्ट की स्थापना करेंगे।
यांग ने कहा कि सैन्य अभ्यास का उद्देश्य चीन-मलेशिया के बीच चौतरफा सामरिक साझीदारी को मजबूत करना, द्विपक्षीय सैन्य आदान-प्रदान में बढ़ोतरी करना, सुरक्षा खतरों की समाधान क्षमताओं में सुधार लाना तथा क्षेत्रीय समुद्री सुरक्षा की संयुक्त रूप से रक्षा करना है।