चेन्नई, 21 अक्टूबर (आईएएनएस)। भारतीय क्रिकेट टीम गुरुवार को जब एम. ए. चिदंबरम स्टेडियम में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ चौथा एकदिवसीय खेलने उतरेगी तो उसका मकसद श्रृंखला में बने रहने पर होगा।
पांच मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला में दक्षिण अफ्रीका 2-1 से अहम बढ़त ले चुका है और यदि वे चेन्नई एकदिवसीय जीत जाते हैं तो सीरीज पर उनका कब्जा हो जाएगा।
दो महीने से भी अधिक समय के लिए भारत दौरे पर आई दक्षिण अफ्रीकी टीम के खिलाफ महेंद्र सिंह धौनी की कप्तानी वाली टीम ने काफी नजदीकी मैच खेले हैं, हालांकि उन्हें अब तक सिर्फ एक मैच (इंदौर) में सफलता मिली है।
इंदौर एकदिवसीय भारत ने कप्तान धौनी के नाबाद 92 रनों की बदौलत जीता, लेकिन उनकी बल्लेबाजी क्षमता को लेकर प्रश्न उठने लगे हैं। दौनी ही नहीं उप-कप्तान विराट कोहली भी चेन्नई एकदिवसीय में निशाने पर होंगे।
बल्लेबाजी क्रम में लगातार बदलाव भी भारतीय टीम की मुख्य समस्या बनी हुई है। धौनी, कोहली, रहाणे के बीच लगातार बल्लेबाजी क्रम के बदलाव के कारण तीनों ही बल्लेबाजों की निरंतरता प्रभावित हुई है।
शिखर धवन और सुरेश रैना से उनके प्रशंसकों को अभी भी एक बेहतर पारी की आस लगी हुई है और निश्चित तौर पर एम. ए. चिदंबरम स्टेडियम में उन पर खुद को साबित करने का दबाव विशेष रूप से रहेगा।
धवन दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पिछले पांच एकदिवसीय मैचों में सिर्फ 73 रन बना सके हैं, जबकि सुरेश रैना के नाम जारी श्रृंखला में सिर्फ तीन रन हैं।
स्पिन गेंदबाज अमित मिश्रा के खिलाफ एक दिन पहले ही एक आपराधिक मामले में दर्ज हुई प्राथमिकी के चलते वह गुरुवार के मैच के लिए उपलब्ध नहीं होंगे। अमित की अनुपस्थिति में धौनी को गुरकीरत मान को अंतिम एकादश में जगह देनी पड़ सकती है।
हालांकि अब तक सीरीज में खेलती आ रही हरभजन सिंह और अक्षर पटेल की स्पिन जोड़ी भी कायम रह सकती है।
तेज गेंदबाजों ने अब तक श्रृंखला में दमदार प्रदर्शन किया है, हालांकि उमेश यादव की अनुपस्थिति में श्रीनाथ अरविंद को फिर से टीम में जगह मिल सकती है।
दूसरी ओर दक्षिण अफ्रीका को ज्यां पॉल ड्यूमिनी के चोटिल हो हटने से बड़ा झटका लगा है। दक्षिण अफ्रीका की अब तक की सफलता में ड्यूमिनी का योगदान सर्वाधिक अहम रहा है। ड्यूमिनी की जगह टीम में शामिल किए गए डीन एल्गर के भारत देर से पहुंचने के कारण कप्तान अब्राहम डिविलियर्स गुरुवार के मैच में तेज गेंदबाज क्रिस मौरिस को शामिल कर सकते हैं।
दक्षिण अफ्रीकी टीम हालांकि अब तक अपने प्रदर्शन के कारण ऊंचे मनोबल के साथ चेन्नई में खेलने उतरेगी। ड्यूमिनी के जाने के बावजूद हाशिम अमला, क्विंटन डी कॉक, फॉफ डू प्लेसिस, डिविलियर्स और डेविड मिलर के रहते दक्षिण अफ्रीका की बल्लेबाजी कहीं से कमजोर नजर नहीं आती।
दक्षिण अफ्रीका को अपनी गेंदबाजी से जरूर थोड़ा मलाल होगा। युवा कैगिसो रबाडा के अलावा डेल स्टेन और अनुभवी मोर्ने मोर्केल के प्रदर्शन में निरंतरता नहीं है।
हालांकि मैच का दबाव वास्तव में भारत पर ही होगा, जिसके लिए गुरुवार का मैच सीरीज में बने रहने के लिए करो या मरो वाला हो चुका है।