इस वारदात को थाने से महज 200 मीटर की दूरी पर अंजाम दिया गया।
विवेकानंद सिन्हा ने कहा कि भाजपा नेता जगदीश शाम करीब साढ़े 7 बजे अपने घर के पास कुछ लोगों के साथ बातचीत कर रहे थे। उसी समय पांच अज्ञात लोग आ धमके और उन्होंने कुल्हाड़ी व अन्य धारदार हथियारों से उन पर ताबड़तोड़ वार किया। लहूलुहान जगदीश को महाराष्ट्र के सिरोंच स्थित अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई।
इस क्षेत्र में पहले भी भाजपा का साथ देने वाले कई नेताओं को नक्सलियों की ओर से धमकियां देकर उनकी हत्या की जा चुकी है। यही कारण है कि अब लोगों ने इस पार्टी से किनारा कर लिया है।
जगदीश छात्र जीवन से ही भोपालपट्टनम क्षेत्र में काफी सक्रिय थे। वह भाजपा जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) के अध्यक्ष थे। हाल ही में उनको हटाकर मंत्री महेश गागड़ा के समर्थक मुरली कृष्णा को भाजयुमो का अध्यक्ष बनाया गया है, जिससे वह नाराज थे। विगत दिनों जिला पंचायत चुनाव में पार्टी ने उन्हें अधिकृत प्रत्याशी बनाया था, मगर वह हार गए थे।
आईजी सिन्हा ने कहा, “हम पूरी टीम के साथ मौका-ए-वारदात पर पहुंचे। जांच चल रही है, जल्दी ही मामले का खुलासा कर दिया जाएगा। इस घटना के पीछे नक्सलियों के स्मॉल एक्शन टीम या उनके राजनीतिक विरोधियों का हाथ है, इसकी छानबीन की जा रही है।