रायपुर/नगरी, 19 जुलाई (आईएएनएस)। छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में बंदर का तीर से शिकार करने वाले चार आरोपियों को अदालत ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। सभी आरोपी बंदर को मारने के बाद उसके मांस को चीतल का मांस बताकर सांकरा में बेच रहे थे। एक आरोपी के नाबालिग होने के कारण उसे बाल सप्रेषण गृह माना भेजा गया है।
सांकरा वन परिक्षेत्र के अधिकारी एमसी डाहिरे ने कहा कि ग्राम मसानडबरा के कमारों ने 9 मई को जंगल में बंदर का शिकार किया। मनीराम, जगलाल, चैतराम, फगनु और एक नाबालिग ने तीर कमान से बंदर को मौत के घाट उतार दिया और इसके मांस को चीतल का मांस बताकर सांकरा में बेच रहे थे। वन विभाग को सूचना मिलने पर घेराबंदी कर पांचों को पकड़ा गया।
वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 9 के तहत कार्रवाई करते हुए प्रथम श्रेणी न्यायाधीश के न्यायालय में चारों आरोपियों को पेश किया गया। जहां से उन्हें 14 दिन की रिमांड के लिए जेल भेजा गया। नाबालिग आरोपी को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट धमतरी की अदालत में पेश किया गया। जहां से उसे बाल संप्रेषण गृह माना भेजा गया।