यह फैसला कर्ज और कारोबारी खर्च को बढ़ावा देने के लिए लिया गया है, क्योंकि यह अनुमान जताया जा रहा है कि तेल मूल्य में गिरावट के कारण महंगाई दर दो फीसदी के लक्ष्य की तरफ नहीं बढ़ेगी। और वैश्विक आर्थिक सुस्ती के बीच खर्च में भी कमी आ सकती है।
बैंक ने कहा कि तेल मूल्य में गिरावट के कारण रिफ्लेशन की उसकी कोशिश विफल रही है इसलिए 16 फरवरी से नकारात्मक ब्याज दर लागू होगी।
बैंक ऑफ जापान के गवर्नर हारूहिको कुरोडा ने कहा कि वह जापान में और खासकर कारोबारी खर्च तथा निजी खपत में महंगाई दर में गिरावट की धारणा को समाप्त करना चाहते हैं, जिसका जापान के सकल घरेलू उत्पादन में करीब 60 फीसदी योगदान है।
बैंक ने कहा कि तेल मूल्य में गिरावट के बीच वह जल्द-से-जल्द दो फीसदी महंगाई दर का लक्ष्य हासिल करना चाहता है। बैंक के बोर्ड ने चार के मुकाबले पांच के मत से नकारात्मक 0.1 फीसदी ब्याज दर लागू करने का फैसला किया है।
बैंक के नीति बोर्ड ने साथ ही कहा कि यदि जरूरी हुआ तो इसे और घटाया जाएगा।
बैंक ने अपने बयान में कहा, “बैंक यदि जरूरी समझेगा, तो ब्याज दर में नकारात्मक दायरे की तरफ और कटौती करेगा।”
उल्लेखनीय है कि यूरोपीय केंद्रीय बैंक (ईसीबी) ने पहले ही नकारात्मक ब्याज दर घोषित कर दी है और ईसीबी अध्यक्ष मारियो ड्राघी ने महंगाई बढ़ाने के लिए पिछले सप्ताह और अधिक राहत देने का संकेत दिया है। बैंक ऑफ जापान ने हालांकि पहले यह कहा था कि वह इस पथ पर नहीं चलना चाहेगा।
बैंक ऑफ जापान ने दो फीसदी महंगाई दर हासिल होने के अनुमान की समय सीमा को और आगे बढ़ाते हुए 2017 की प्रथम छमाही कर दिया। इसके साथ ही उसने 2016 के लिए महंगाई दर के अनुमान को 1.4 फीसदी से घटाकर 0.8 फीसदी कर दिया।
बैंक ने साथ ही कहा कि शुक्रवार के फैसले के प्रभाव से उपभोक्ता महंगाई दर मार्च 2018 में समाप्त होने वाले वित्त वर्ष में बढ़कर 1.8 फीसदी हो जाएगी।