न्यूयार्क, 15 मार्च (आईएएनएस)। अगर आपने अपने स्मार्टफोन में सुरक्षा अलार्म चालू कर रखा है और यह सोच रहे हैं कि वह किसी खतरे में आपकी मदद करेगा तो सावधान हो जाइए, क्योंकि बातचीत करने वाले ज्यादातर स्मार्टफोन एप खतरे के वक्त आपकी मदद करने की क्षमता नहीं रखते।
शोधार्थियों ने इस अध्ययन के लिए सात अलग-अलग कंपनियों के 68 फोन और 77 बातचीत करने वाले एप का परीक्षण किया।
कैलीफोर्निया की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के शोध के अनुसार, चार प्रसिद्ध स्मार्टफोन एप ‘सिरी’, कोर्ताना गूगल नाउ और एस व्यॉइस मानसिक, स्वास्थ्य, हिंसा और शारीरिक हिंसा संबंधित कुछ आसान से सवालों का जवाब देने में असफल रहे।
लेखक के अनुसार, “हमारे निष्कर्ष बताते हैं कि इन उच्च तकनीकों में कुछ सुधार की जरूरत है। यह कृत्रिम सुरक्षा पहरेदार दैनिक जीवन का हिस्सा बनते जा रहे हैं, इसलिए एप निर्माताओं को इनके प्रदर्शन को सुधारना चाहिए।”
यह शोध ‘जेएएमए’ पत्रिका में प्रकाशित हुआ है।