न्यूयॉर्क, 14 अक्टूबर (आईएएनएस)। पत्रकारों के अधिकारों का संरक्षण करने वाली कमेटी (सीपीजे) ने राष्ट्रपति पद के रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप को प्रेस की आजादी के लिए खतरा बताया है।
सीपीजे बोर्ड की अध्यक्ष सांड्रा मिम्स रोव ने कहा, “अमेरिका के राष्ट्रपति उम्मीदवार के रूप में डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी बातों व कार्रवाई से फर्स्ट अमेंडमेंट के मूल्यों के साथ विश्वासघात किया है।”
रोव ने मीडिया विरोधी कार्रवाई व बयानबाजी के लिए ट्रंप की निंदा की।
फ्लोरिडा में गुरुवार को एक रैली में ट्रंप ने मीडिया की निंदा करते हुए कहा कि मीडिया उन्हें हराने के लिए डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी हिलेरी क्लिंटन के साथ मिलकर काम कर रहा है।
‘पॉलिटिको’ की एक रपट के मुताबिक, उन्होंने घोषणा की कि वह न्यूयॉर्क टाइम्स के खिलाफ मुकदमे की तैयारी कर रहे हैं, क्योंकि उसने ट्रंप द्वारा महिलाओं को गलत तरीके से छूने की खबर छापी।
रिपब्लिकन उम्मीदवार ने कहा, “कॉरपोरेट मीडिया का पत्रकारिता से अब कोई नाता नहीं रहा। इससे उनके राजनीतिक हित जुड़े होते हैं और किसी लॉबिस्ट और उनमें कोई अंतर नहीं है।”
सीपीजे ने बयान में कहा, “उम्मीदवारी की शुरुआत में ही ट्रंप ने प्रेस को अपमानित और तिरस्कृत किया और अपने अभियान में उन्होंने मीडिया को विपक्ष के तौर पर पेश किया।”
रोव ने कहा, “अगर ट्रंप राष्ट्रपति बनते हैं, तो यह न सिर्फ अमेरिका में प्रेस की आजादी के लिए खतरा होगा, बल्कि पूरी दुनिया के पत्रकारों के अधिकारों के लिए इसके परिणाम बेहद गंभीर होंगे।”