वाशिंगटन, 27 जनवरी (आईएएनएस)। ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे शुक्रवार को यहां ओवल ऑफिस पहुंचेंगी, जहां राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से उनकी मुलाकात होगी। दोनों देशों के बीच इस दौरान कई व्यापार समझौतों पर हस्ताक्षर की उम्मीद है।
ट्रंप के अमेरिका के राष्ट्रपति बनने के बाद थेरेसा पहली विदेशी नेता होंगी, जो ओवल ऑफिस पहुंचेंगी। उनका अमेरिका दौरा ट्रंप के राष्ट्रपति के रूप में कार्यभार संभालने के लगभग सप्ताहभर हुआ है।
इस यात्रा को कूटनीतिक हलकों में महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि दोनों नेताओं ने हाल ही में अपने-अपने देशों में बदली परिस्थितियों में शासन की बागडोर संभाली है।
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, थेरेसा ने ब्रिटिश नागरिकों से वादा किया है कि यूरोपीय संघ से देश के बाहर निकलने के बाद ब्रिटेन एक मजबूत वैश्विक ताकत होगा। उनकी योजना अमेरिका के साथ मुक्त व्यापार समझौते की है।
ट्रंप खुद भी ब्रिटेन के साथ व्यापारिक मुद्दों पर बातचीत और इसे आगे बढ़ाने के पक्षधर हैं। उन्होंने गुरुवार को फिलाडेल्फिया में रिपब्लिकन सांसदों से कहा था, “मैं कल (शुक्रवार) ग्रेट ब्रिटेन की प्रधानमंत्री से मिलने जा रहा हूं। जैसा कि आप जानते हैं, मेरे पास वाणिज्य मंत्री नहीं हैं, इसलिए सबकुछ मुझे खुद ही देखना होगा।”
उल्लेखनीय है कि ट्रंप ने वाणिज्य मंत्री के रूप में विल्बर रॉस को चुना है, जिन्हें डेमोक्रेट्स से मंजूरी मिलना बाकी है।
वहीं, थेरेसा अपने इस दौरे का इस्तेमाल इस पर जोर देने के लिए करना चाहती हैं कि ब्रिटेन हालांकि यूरोपीय संघ से अलग हो रहा है और ट्रंप भी विदेशों में अमेरिका की भूमिका को लेकर संशय की स्थिति में हैं, फिर भी दोनों देश साथ मिलकर वैश्विक राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
उन्होंने अमेरिका दौरे के तहत अपने पहले पड़ाव फिलाडेल्फिया में गुरुवार को जीओपी सांसादों से कहा था, “हम अपना आत्मविश्वास फिर से प्राप्त कर रहे हैं.. देश में परिवर्तन ला रहे हैं। यह हमारे लिए एक अवसर है, बल्कि इससे भी बड़ी जिम्मेदारी कि हम इस नए युग के लिए ‘विशेष संबंधों’ को भी नवीनीकृत करें। हमारे पास फिर से साथ मिलकर दुनिया का नेतृत्व करने का अवसर है।”