नई दिल्ली, 12 सितम्बर (आईएएनएस)। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने शनिवार को दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनाव में सभी चारों सीटों पर जीत हासिल की।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की छात्र शाखा के उम्मीदवारों ने अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव और संयुक्त सचिव के पद जीत लिए। एबीवीपी ने पिछले साल भी सभी चारों पदों पर जीत हासिल की थी।
बौद्ध अध्ययन में एमए के छात्र, सतिंदर अवाना ने 6,500 मतों के अंतर से अध्यक्ष पद पर जीत हासिल की।
जीत के बाद अवाना ने आईएएनएस से कहा, “मैंने 6,500 वोटों से जीत हासिल की है और मेरी जीत का श्रेय डीयू के विद्यार्थियों को जाता है। उन्होंने हम पर विश्वास किया और हम वादे पूरे करेंगे। हम विद्यार्थियों की सुरक्षा, महिला सुरक्षा, नए कॉलेजों के लिए लड़ेंगे।”
उपाध्यक्ष पद पर कानून के छात्र सन्नी डेढ़ा ने 7,000 वोटों से जीत हासिल की है।
डेढ़ा ने आईएएनएस से कहा, “यह आम आदमी पार्टी की छात्र शाखा, छात्र युवा संघर्ष समिति (सीवाईएसएस) की बड़ी हार है। इससे साबित हुआ है कि लड़ाई पोस्टरों से नहीं, बल्कि मुद्दों से जीती जा सकती है।”
लक्ष्मीबाई कॉलेज से अंजली राणा ने सचिव के पद पर 4,600 मतों से जीत हासिल की है।
उन्होंने आईएएनएस से कहा, “लड़कियों की सुरक्षा मेरी पहली प्राथमिकता होगी। मेरी जीत के लिए विद्यार्थियों को धन्यवाद।”
एमए बौद्ध अध्ययन के छात्र, छतरपाल यादव ने संयुक्त सचिव के पद पर 5,000 वोटों से जीत हासिल की है।
यादव ने आईएएनएस से कहा, “हमने सच्ची राजनीति की है। सीवाईएसएस ने झूठे वादे किए और विद्यार्थी इस बारे में जानते थे।”
इस बार चुनाव में कुल 43 फीसदी मतदान हुआ। पिछले साल 44 फीसदी मतदान हुआ था।
भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) के उम्मीदवार तीन पदों पर दूसरे स्थान पर रहे।
सीवाईएसएस के अध्यक्ष उम्मीदवार चौथे स्थान पर रहे और उपाध्यक्ष उम्मीदवार दूसरे स्थान पर।
एबीवीपी कई महत्वपूर्ण मुद्दों के साथ चुनावी मैदान में उतरी थी।