तुनसेली-एरजिनकान राजमार्ग से गुजर रहा सैन्य वाहन पीकेके के आतंकवादियों द्वारा बिछाए गए बारूदी सुरंग की चपेट में आ गया।
तुर्की की सेना पीकेके के खिलाफ शुरू किए गए अभियान के तीसरे दिन तुनसेली से लौट रही थी।
तुर्की के पूर्वी प्रांत तुनसेली के गर्वनर के आदेश पर तीन दिन पहले इलाके से पीकेके के आतंकवादियों को खदेड़ने के उद्देश्य से थल और वायु सेना तैनात की गई थी।
पीकेके ने अंकारा से 2013 में संघर्ष विराम का समझौता किया था, लेकिन 20 जुलाई को किए गए आत्मघाती हमले के साथ ही समझौता रद्द हो गया। उस आत्मघाती हमले में 33 कुर्दिश समर्थकों और वामदल कार्यकर्ताओं की मौत हो गई थी।
यह आत्मघाती हमला आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) द्वारा किया गया माना जा रहा है, लेकिन आईएस ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली थी।
पिछले सप्ताह तुर्की के आंतरिक मामलों के मंत्री सेलामी अल्टिनोक ने बताया था कि जुलाई के बाद से अब तक चलाए गए 4,300 अभियानों में पीकेके के 2,000 से अधिक आतंकवादियों की मौत हो चुकी है।