कांग्रेस नेता राहुल गांधी बुधवार को पीड़ित परिवार से मिलने गए और उन्हें आश्वासन दिलाया कि न्याय के इस मार्ग पर वह उनके साथ हैं.

राहुल गांधी ने पीड़ित परिवार से कहा, ‘वह उन्हें न्याय दिलाने के लिए एक इंच भी पीछे नहीं हटेंगे.’

पीड़ित परिवार से मिलने के बाद राहुल गांधी ने कहा, ‘परिवार कुछ नहीं सिर्फ न्याय मांग रही है. परिवार का कहना है कि उन्हें न्याय नहीं मिल रहा है और उन्हें इसके लिए हरसंभव सहयोग की जरूरत है.’

राहुल ने पीड़ित माता-पिता से मुलाकात के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘मैंने उनसे कहा कि जब तक उन्हें न्याय नहीं जाता राहुल गांधी उनके साथ खड़ा है और एक इंच भी पीछे नहीं हटेगा.’

यह पूछे जाने पर कि इस मामले में किसकी जिम्मेदारी है? राहुल ने कहा, ‘मैं सिर्फ यह जानता हूं कि मेरा काम इस परिवार की मदद करने का है. ‘

राहुल ने बाद में ट्वीट कर कहा, ‘माता-पिता के आंसू सिर्फ एक बात कह रहे हैं, उनकी बेटी, देश की बेटी न्याय की हकदार है और इस न्याय के रास्ते पर मैं उनके साथ हूं.’

वहीं, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी बुधवार को पीड़ित परिवार से मुलाकात की.

केजरीवाल ने पीड़ित परिवार से मुलाकात के बाद बच्ची की मौत के मामले में मजिस्ट्रेट जांच का आदेश दिए और परिवार के लिए दस लाख रुपये की आर्थिक सहायता का ऐलान किया.

उन्होंने पीड़ित परिवार से मुलाकात के बाद कहा, ‘हमारी बच्ची अब वापस नहीं आ सकती. परिवार के साथ हुआ अन्याय दुर्भाग्यपूर्ण है और इसकी भरपाई नहीं की जा सकती लेकिन सरकार पीड़ित परिवार को दस लाख रुपये की आर्थिक सहायता देगी और मामले में मजिस्ट्रेट जांच के आदेश देती है.’

केजरीवाल ने कहा, ‘दिल्ली में कानून एवं व्यवस्था को मजबूत करने की जरूरत है. मैं केंद्र सरकार इस दिशा में सख्त कदम उठाने की अपील करता हूं.’

अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, ‘बच्ची के परिवार से मिला, उनका दर्द बांटा. परिवार को दस लाख रुपये की आर्थिक सहायता देंगे. मामले की मजिस्ट्रेट जांच होगी. दोषियों को सजा दिलवाने के लिए बड़े वकील लगाएंगे. केंद्र सरकार दिल्ली में कानून-व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए कड़े कदम उठाएं, हम पूरा सहयोग करेंगे.’

दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) ने दक्षिणपश्चिम दिल्ली के ओल्ड नांगल इलाके में घटना की जांच शुरू कर दी है और बच्ची के माता-पिता की शिकायत के बाद पुलिस को समन किया है.

ओल्ड नांगल इलाके में घटनास्थल के पास बच्ची के माता-पिता सहित स्थानीय लोग प्रदर्शन कर रहे हैं और आरोपियों के लिए मृत्युदंड की मांग कर रहे हैं.

पुलिस ने इससे पहले सोमवार को कहा था कि पीड़ित बच्ची की मां के बयान के आधार पर एफआईआर में बलात्कार की धारा जोड़ी गई है. पुजारी सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

वहीं, मंगलवार को विपक्षी पार्टियों ने इस घटना पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए राजधानी में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाए.

गौरतलब है कि दिल्ली छावनी इलाके में एक अगस्त को नौ साल की बच्ची की उस समय संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी, जब वह पानी भरने के लिए श्मशान घाट गई थी लेकिन वापस नहीं लौटी.

बच्ची की मां श्मशान घाट गई थीं और बच्ची की कलाई और कोहनी पर जलने के निशान देखे थे. बच्ची के होंठ भी नीले पड़ गए थे.

आरोपियों ने पीड़ित परिवार को बताया था कि बच्ची की वाटर कूलर से करंट लगने से मौत हो गई थी. पीड़ित बच्ची की मां जब वहां पर मौजूद थीं, तो पुजारी और तीन अन्य आरोपियों ने कथित तौर पर उनसे पुलिस के पास नहीं जाने को कहा था, क्योंकि बच्ची की ऑटोप्सी की जाएगी और उसके शरीर के अंगों को चुरा लिया जाएगा.

बच्ची के माता-पिता का आरोप है कि उनकी बच्ची से बलात्कार कर उसकी हत्या कर दी गई. उनका यह भी आरोप है कि दक्षिण पश्चिम दिल्ली के पुराने नांगल गांव में श्मशान घाट के आरोपी पुजारी ने उनकी सहमति के बिना बच्ची का अंतिम संस्कार भी कर दिया.

(समाचार एजेंसी पीटीआई से इनपुट के साथ)