नई दिल्ली, 19 अक्टूबर (आईएएनएस)। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविद केजरीवाल ने सोमवार को कहा कि महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों से निपटने के लिए दिल्ली में और फास्ट ट्रैक अदालतें होनी चाहिए।
केजरीवाल ने मीडिया को बताया कि यह दिल्ली मंत्रिमंडल की एक विशेष बैठक में लिए गए निर्णयों में से एक है।
उन्होंने कहा कि फास्ट ट्रैक अदालतों की संख्या बढ़ाने के बारे में दिल्ली उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश से विचार-विमर्श किया जाएगा और उनकी सरकार इसे साकार करने में हरसंभव मदद देगी।
केजरीवाल ने कहा, “सरकार फास्ट ट्रैक अदालतों की संख्या बढ़ाने की दिशा में धनराशि आवंटित करने के लिए तैयार है। हम दिल्ली उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश की मदद लेंगे।”
उन्होंने कहा, “हमें कई और न्यायालय बनाने की जरूरत होगी। हमें कानूनी प्रक्रिया तेज करने की जरूरत है। हमारे पास राजनीतिक इच्छाशक्ति है। इस काम में जितनी भी धनराशि या स्टाफ की जरूरत होगी, हम उपलब्ध कराएंगे।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में महिलाओं के खिलाफ अपराध विशेषकर दुष्कर्म बढ़ने की एक मुख्य वजह बदमाशों के दिलों में कानून का खौफ न होना है।
केजरीवाल ने कहा, “मुझे नहीं लगता कि सारे बुरे लोग दिल्ली में ही रहते हैं और कोलकाता, न्यूयॉर्क, लंदन या वाराणसी जैसी जगहों पर रहने वाले लोग साधु-संत हैं। फर्क बस इतना है कि दिल्ली में कानून का डर नहीं है।”
केजरीवाल की ओर से यह बयान दिल्ली पुलिस को उनके अधीन करने की मांग किए जाने के एक दिन बाद आया है। दिल्ली पुलिस इस वक्त दिल्ली सरकार को नहीं, बल्कि उपराज्यपाल नजीब जंग और केंद्रीय गृह मंत्रालय को रिपोर्ट करती है।