नई दिल्ली, 21 फरवरी (आईएएनएस)। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा कि हरियाणा में जाट समुदाय के आंदोलन के कारण दिल्ली में पानी का गंभीर संकट उत्पन्न हो गया है, और इसे देखते हुए राष्ट्रीय राजधानी में पानी की आपूर्ति पर नियंत्रण आवश्यक हो गया है।
केवल कुछ अति महत्वपूर्ण व्यक्तियों और आवश्यक सेवाओं को ही इस नियंत्रण से मुक्त रखा जाएगा।
केजरीवाल ने मीडिया से कहा, “राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, भारत के प्रधान न्यायाधीश, अस्पतालों, रक्षा प्रतिष्ठानों, अग्निशमन विभाग को छोड़कर अन्य सभी को सीमित मात्रा में पानी दिया जाएगा।”
उन्होंने कहा कि पानी की आपूर्ति का यह नियंत्रण उन पर भी लागू होगा। उन्होंने कहा कि जल आपूर्ति रविवार को शुरू हो जाने पर भी यह नियंत्रण कम से कम एक-दो दिन जारी रहेगा।
आरक्षण की मांग कर रहे जाट आंदोलनकारियों ने दिल्ली के काफी बड़े हिस्से को पानी की आपूर्ति करने वाली मुनक नहर पर कब्जा जमा लिया है और वहां तोड़फोड़ भी की है। इसे बंद कर दिया गया है, जिससे दिल्ली में पानी की समस्या पैदा हो गई है।
केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से यथासंभव जल्द से जल्द दिल्ली में पानी की आपूर्ति बहाल करने को लेकर बात की है।
उन्होंने कहा, “मैंने उनसे मुनक नहर पर सेना भेजने का आग्रह किया है। हो सकता है कि वे इसके लिए प्रयास कर रहे हों।”
उन्होंने कहा, “अगर अब पानी की आपूर्ति बहाल कर भी दी जाती है, तब भी दिल्ली के जल शोधक संयंत्रों में पानी पहुंचने में 24 घंटे का समय लगेगा।”
केजरीवाल ने दिल्ली के निवासियों से पानी बचाने का आग्रह किया और कहा कि संभव है कि उन्हें कम से कम एक-दो दिन संग्रहित पानी से ही काम चलाना पड़े।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में पानी की समस्या से प्रभावित इलाकों में टैंकरों की मदद से पानी की आपूर्ति की जाएगी।
पानी के संकट के कारण सोमवार को दिल्ली के स्कूल बंद रहेंगे।
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा, “अब पानी नहीं बचा है और फिलहाल पानी मिलने की उम्मीद भी नहीं है।”
केजरीवाल और सिसोदिया दोनों ने कहा कि अगर तत्काल कोई कदम नहीं उठाया गया तो दिल्ली में पानी की आपूर्ति का संकट गंभीर हो जाएगा।
आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक और दिल्ली के पूर्व मंत्री सोमनाथ भारती ने कहा, “पानी की आपूर्ति न होने को लेकर लोगों की कॉल्स मिल रही हैं। राजनाथ सिंह से आग्रह है कि वह हस्तक्षेप करें और मुनक नहर से पानी की आपूर्ति बहाल करवाएं।”