नई दिल्ली, 9 अप्रैल (आईएएनएस)। वैश्विक रेटिंग एजेंसी मूडीज ने रेटिंग ग्रेड घटाने की चेतावनी देने के करीब 16 महीने बाद गुरुवार को भारत के आर्थिक परिदृश्य को स्थिर से बढ़ाकर सकारात्मक कर दिया। वित्त मंत्रालय ने इस घटनाक्रम को महत्वपूर्ण बताया और सुधार की दिशा में और सुधार करने का वादा किया।
मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने एक बयान जारी कर कहा, “अनुकूल जनसांख्यिकी, आर्थिक विविधता, अधिक बचत और निवेश के कारण भारत की विकास दर गत एक दशक में समान रेटिंग वाले देशों के मुकाबले अधिक रही है।” बयान में साथ ही कहा गया कि इससे देश का आर्थिक विस्तार जारी रहेगा।
बयान में कहा गया है, “मूडीज का रेटिंग को स्थिर से सकारात्मक करने का फैसला इस धारणा पर आधारित है कि नीति निर्माताओं के कार्यो से देश की आर्थिक ताकत बढ़ेगी।”
मूडीज ने भारत को दी गई साख रेटिंग बीएए3 हालांकि नहीं बढ़ाई और इस दिशा में कुछ और संकेतों का इंतजार करना उचित समझा। दिसंबर 2013 में तत्कालीन संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के कार्यकाल के समय मूडीज ने रेटिंग ग्रेड घटाने की चेतावनी दी थी।
मूडीज ने यह भी स्पष्ट किया कि आने वाले समय में वह किस आधार पर रेटिंग बढ़ाने का फैसला कर सकती है। उसने कहा, “आने वाले महीने में यदि यह प्रमाण मिलता है कि सरकार को आर्थिक और सांस्थानिक सुधारों से विकास दर बढ़ाने और उसे स्थिर बनाए रखने में सफलता मिल सकती है, तो रेटिंग बढ़ाने के बारे में विचार किया जा सकता है।”
ताजा घटनाक्रम पर अपनी प्रतिक्रिया में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा, “मूडीज ने रेटिंग परिदृश्य को स्थिर से बढ़ाकर सकारात्मक कर दिया है और इसकी रेटिंग बीएए3 बरकरार रखी है। रेटिंग में बढ़ोतरी महत्वपूर्ण है, लेकिन हमें और भी बहुत कुछ करने की जरूरत है।”
देश के आर्थिक परिदृश्य को मूडीज द्वारा स्थिर से सकारात्मक करने का शेयर बाजारों पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ा।
बंबई स्टॉक एक्सचेंज का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 177.46 अंकों की तेजी के साथ 28,885.21 पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 63.90 अंकों की तेजी के साथ 8,778.30 पर बंद हुआ।
मूडीज ने कहा कि बीएए3 रेटिंग से यह पता चलता है कि विकास दर और अवसंरचना विकास के ऊंचे स्तर के साथ भविष्य भी बेहतर है। उसने साथ ही कहा कि अगले 12-18 महीने में साख दर बढ़ाया जाना इस बात पर निर्भर करेगा कि विकास दर, नीति और देश का पूंजी भंडार कितना जोखिम झेल सकता है।
अन्य रेटिंग एजेंसी फिच रेटिंग देश के दीर्घावधि परिदृश्य को स्थिर रखा है और रेटिंग बीबीबी- रखा है।
ताजा घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया में फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) ने कहा कि मूडीज द्वारा परिदृश्य को ‘स्थिर’ से ‘सकारात्मक’ किया जाना और फिच द्वारा ‘स्थिर’ पर बरकरार रखना इस तथ्य का परिचायक है कि सरकार द्वारा उठाए गए तमाम सुधारात्मक कदमों से आर्थिक परिदृश्य बेहतर हुआ है।
फिक्की के महासचिव दीदार सिंह ने कहा, “नई रेटिंग से दुनियाभर के निवेशकों को भरोसा बढ़ेगा और सभी क्षेत्रों में विदेशी निवेश जुटाने में मदद मिलेगी।”