तिरुवनंतपुरम, 16 जून (आईएएनएस)। केरल सरकार की राज्य और मध्य-पूर्व देशों के बीच सस्ती हवाईसेवा शुरू करने की योजना अब नई राष्ट्रीय उड्डयन नीति के लागू होने के बाद परवान चढ़ सकती है। यह बात एक उड्डयन उद्यमी के.जे. सैमुएल ने गुरुवार को कही।
केंद्र सरकार ने बुधवार को नई उड्डयन नीति घोषित की, जिसमें 5/20 नियम को हटा दिया गया है। 5/20 नीति के तहत घरेलू बाजार में पांच साल का अनुभव रखने वाली भारतीय कंपनियों को ही अंतर्राष्ट्रीय सेवा शुरू करने की अनुमति दी जाती थी।
एयर केरल की स्थापना हो चुकी है, लेकिन इसका संचालन शुरू करने के रास्ते में 5/20 ही सबसे बड़ी बाधा है।
सैमुएल ने आईएएनएस से कहा, “नए नियम के साथ यदि केरल सरकार अच्छी तरह से योजना बनाए और अपने पास उपलब्ध पूंजी का सही इस्तेमाल करे तो कुछ ही समय में पुराना सपना साकार हो सकता है।”
एयर केरला की स्थापना कोचिन इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (सीआईएएल) की सहायक कंपनी के रूप में की गई है। इस कंपनी का मकसद मध्य पूर्व और राज्य के बीच सेवा देना है। मध्य पूर्व में राज्य के 25 लाख से अधिक लोग काम करते हैं।
सैमुएल ने 2003 में जीआर गोपीनाथ और विष्णु रावल के साथ मिलकर एयर डक्कन की स्थापना की थी।
सैमुएल ने कहा, “मेरे अनुमान से विमानन कंपनी का संचालन शुरू करने के लिए 350 करोड़ रुपये की शुरुआती पूंजी की जरूरत होगी।”
उन्होंने कहा कि एयर डक्कन का विचार फरवरी 2003 में सामने आया था और अगस्त में कंपनी ने सेवा शुरू कर दी थी।
उन्होंने कहा, “हमने 20 करोड़ रुपये से काम करना शुरू किया था।”