गुवाहाटी/दीमापुर, 8 मार्च (आईएएनएस)। नगालैंड के दीमापुर शहर में दुष्कर्म के एक आरोपी की हत्या में कथित संलिप्तता के आरोप में अभी तक 22 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी।
सोशल मीडिया को नियंत्रित करने के लिए सरकार ने राज्य में एसएमएस और एमएमएस सेवाओं को बंद कर दिया है। इस प्रकरण में हिंसा के लिए भीड़ को उकसाने में सोशल मीडिया की अहम भूमिका मानी जा रही है।
दीमापुर में गुरुवार को गुस्साई भीड़ केंद्रीय कारागार में टूट पड़ी थी और दुष्कर्म के आरोपी को जेल से बाहर खींच लाई थी। भीड़ ने आरोपी को निर्वस्त्र कर गलियों में घुमाया और अंत में बेरहमी से पीट-पीटकर उसकी हत्या कर दी थी।
दीमापुर प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “दुष्कर्म के आरोपी सैयद फरीद खान की हत्या के मामले में संलिप्तता के आरोप में अभी तक 22 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। हम वीडियो फुटेज की जांच कर रहे हैं और इस मामले में अभी और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं।”
सैयद फरीद खान (35) एक उपयोग की हुई गाड़ियों का विक्रेता था। उस पर एक 20 वर्षीय नगा महिला के 23 और 24 फरवरी को अलग-अलग स्थानों पर साथ दुष्कर्म का आरोप था। पुलिस ने फरीद को 24 फरवरी को गिरफ्तार किया था, और निचली अदालत ने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। पांच मार्च को गुस्साई भीड़ जेल में से उसे बाहर खींच लाई और उसकी हत्या कर दी।
अधिकारी ने कहा, “शहर में दोपहर के तीन बजे से लेकर मध्यरात्रि तक कर्फ्यू लगाया गया है। सुरक्षा की सभी तैयारियां की जा रही हैं। जब तक स्थिति में पर्याप्त सुधार नहीं आ जाता हम रात में कर्फ्यू जारी रखेंगे।”
नगालैंड सरकार ने टेलीकॉम विभाग को पूरे राज्य में एसएमएस और एमएमएस सेवा बंद करने के लिए कहा था, जिसे तत्काल बंद कर दिया गया। अगले आदेश तक यह रोक जारी रहेगी।
सरकार ने स्थिति को काबू में कर पाने में विफल रहने के कारण तीन उच्चाधिकारियों को निलंबित कर दिया है। इनमें दीमापुर के पुलिस अधीक्षक, जेल अधीक्षक और पुलिस उपायुक्त शामिल हैं। सरकार ने इस मामले में न्यायिक जांच के भी आदेश दिए हैं।