कोलकाता, 18 मार्च (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को घोषणा की कि राज्य के नदिया जिले में 71 वर्षीया नन के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले की गंभीरता तथा संवेदनशीलता को देखते हुए इसकी जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपी जाएगी।
उन्होंने कहा, “14 मार्च, 2015 को राणाघाट में हुई घटना अंत्यंत गंभीर मसला है। अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस प्रशासन को त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। वे हर संभव प्रयास कर रहे हैं।”
ममता ने फेसबुक पर लिखा, “मामले की गंभीरता तथा संवेदनशीलता एवं घटनास्थल के सीमांत इलाके से बेहद नजदीक होने के मद्देनजर मैंने इसकी जांच का जिम्मा सीबीआई को देने का फैसला किया है।”
राणाघाट स्थित जीसस एंड मैरी कान्वेंट में लुटेरों के एक गिरोह ने नन के साथ क्रूरता से सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया था।
उन्होंने कहा, “इस मामले की जांच में हमारी सरकार सीबीआई को सभी आवश्यक सहयोग व सहायता उपलब्ध कराएगी।”
कैथोलिक बिशप्स कॉफ्रेंस ऑफ इंडिया के प्रमुख कार्डिनल बेसेलियस क्लीमिस ने बुधवार को राणाघाट का दौरा किया और पीड़िता से मुलाकात की। उन्होंने मुख्यमंत्री से अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सामूहिक दुष्कर्म व हरियाणा में एक गिरजाघर में तोड़फोड़ की घटना पर चिंता जताई है और संबंधित राज्य सरकारों से घटना की रपट मांगी है।
पुलिस ने अबतक 10 लोगों को हिरासत में लिया है, लेकिन किसी की भी गिरफ्तारी में नाकाम रही है। इससे गुस्साए स्थानीय लोगों ने सोमवार को ममता बनर्जी के काफिले को रोक लिया था। वह अस्पताल में भर्ती पीड़िता से मिलने गई थीं।
वहीं पश्चिम बंगाल मानवाधिकार आयोग ने आपराध जांच विभाग (सीआईडी) से एक रपट मांगी है।