न्यूयॉर्क, 3 नवंबर (आईएएनएस)। सैन डिएगो स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया के शोधकर्ताओं ने एक मॉडल विकसित किया है, जिसका इस्तेमाल दवाओं के दुष्प्रभाव का पहले ही पता लगाने में किया जा सकता है।
शोधकर्ताओं में से एक बर्नहार्ड पालसन ने कहा, “हमारी दिलचस्पी केवल दवा की क्षमता ही नहीं, बल्कि इसके दुष्प्रभाव का पता लगाने में भी है।”
पालसन ने उल्लेख किया, “दवाओं का दुष्प्रभाव अलग-अलग व्यक्तियों पर अलग-अलग होता है। दो विभिन्न व्यक्ति एक ही दवा लेते हैं, लेकिन एक व्यक्ति पर दवा का दुष्प्रभाव होता है, जबकि दूसरे पर नहीं।”
मॉडल से इस बात का पहले ही पता लग जाएगा कि विभिन्न लोगों के जींस में किस तरह बदलाव होता है और वे दवा से किस प्रकार प्रतिक्रिया करते हैं।
व्यक्तिगत मॉडल के निर्माण के लिए शोधकर्ताओं ने विभिन्न लोगों के जिनोटाइप व चयापचय (मेटाबॉलिज्म) के आंकड़ों का इस्तेमाल किया, जो यह बताएगा कि कोई दवा शरीर की कोशिकाओं को किस प्रकार प्रभावित करती है।
उदाहरण स्वरूप दवा कंपनियां चिकित्सीय परीक्षण के पहले दवा के लिए मरीज पर पहले ही एक जांच करेगी, जिसके आधार पर वह तय कर पाएगी कि किस मरीज पर दवा का दुष्प्रभाव होगा और किस पर नहीं।
पालसन ने कहा, “इस अध्ययन ने मरीजों के सटीक इलाज की दिशा में एक कदम आगे बढ़ाया है।”
अध्ययन का निष्कर्ष पत्रिका ‘सेल सिस्टम’ में प्रकाशित हुआ है।