कार्डिफ, 27 सितम्बर (आईएएनएस)। फुटबाल की विश्व नियामक संस्था फीफा द्वारा नस्लरोधी कार्यबल को खत्म करने के फैसले की वेल्स के पूर्व स्ट्राइकर नाथन ब्लेक ने आलोचना की है। उन्होंने फीफा के इस फैसले को शर्मनाक बताया है।
फीफा ने नस्लवाद के मुद्दों से निपटने के लिए 2013 में इस कार्यबल का गठन किया था।
फीफा की महसचिव फातमा साम्बा डिउफ सामुओरा ने सोमवार को कहा, “इसके पीछे एक विशिष्ट जनादेश था, जिसे पूरी तरह से लागू किया जा चुका है।”
ब्लेक ने सोमवार को बीबीसी से कहा, “यह पूरी तरह से आंख बंद कर लेने के समान है। यह उसे (नस्लवाद) इस तरह से सही ठहरा रहा है कि हमें जो करना था हमने किया और अब आगे बढ़ रहे हैं क्योंकि यह तो कभी जाने वाला नहीं है।”
उन्होंने कहा, “यह कहना कि हमारे पास खास उद्देश्य के लिए जनादेश था और हमने इस पर अमल कर लिया है, मेरे नजदीक बेतुकी बात है।”
उन्होंने कहा कि खेल को चलाने वाले अधिकारियों ने नस्लवाद को कभी गंभीरता से नहीं लिया।
ब्लेक ने कहा, “इसे कभी बड़ी गंभीरता से नहीं लिया गया। यह नीति और प्रक्रियाएं हैं जिन्हें श्वेत लोगों ने बनाया है। जिनका मुझे कभी कोई मतलब समझ नहीं आया क्योंकि आप यह कभी नहीं जान पाएंगे कि नस्लभेद का शिकार होने पर कैसा महसूस होता है।”