नई दिल्ली, 16 सितम्बर (आईएएनएस)। केंद्र सरकार ने बुधवार को नागा विद्रोही समूह, नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल (खपलांग) को पांच वर्ष के लिए प्रतिबंधित कर दिया है।
केंद्रीय संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने मंत्रिमंडल की बैठक के पश्चात मीडिया को बताया कि एनएससीएन (के ) को एक प्रतिबंधित संगठन घोषित करने का फैसला मंत्रिमंडल की एक बैठक में लिया गया।
संगठन पर गैर कानूनी गतिविधि (निवारण) अधिनियम के तहत यह प्रतिबंध लगाया गया है।
प्रसाद ने कहा, “हाल ही में संगठन द्वारा कई विस्फोट और हमले किए गए। बेहद सोच-विचार के बाद भारत सरकार ने एनएससीएन (के ) को पांच वर्षों के लिए एक प्रतिबंधित संगठन घोषित करने का फैसला किया है।”
एनएससीएन (खपलांग) के प्रमुख एसएस खपलांग हैं और समूह की सशस्त्र शाखा का कार्यभार नागालैंड स्थित जुनेहबोटो के निवासी सुमी संभालते हैं।
1988 में एनएससीएन का दो गुटों – खपलांग की अगुवाई वाले एनएससीएन (के) और इसाक चिशी स्वू और थुइंगलैंग मुइवाह के संयुक्त नेतृत्व वाले एनएससीएन (आईएम) में विभाजन हो गया था।