नई दिल्ली, 17 मार्च (आईएएनएस)। केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) विधेयक को आखिरी प्रमुख सुधारवादी विधेयक बताते हुए कहा कि नीतिगत मामलों पर देश की राजनीति के नजरिए में व्यापक परिवर्तन हुआ है।
जेटली ने यहां सालाना इंडिया टुडे सम्मेलन में सवालों के जवाब देने के क्रम में कहा, “जहां तक भारतीय राजनीति का प्रश्न है, नीति को लेकर नजरिए में व्यापक बदलाव हुआ है।”
उन्होंने कहा, “आधार विधेयक पर सात से आठ साल तक बहस हुई। हमने इसे सिर्फ दो सप्ताह में लागू कर दिया।”
मंत्री ने पेट्रोलियम क्षेत्र में सुधारों का भी जिक्र किया, जिसे मंत्रिमंडल ने गत सप्ताह मंजूरी दी है और जिसका प्रस्ताव आम बजट 2016-17 में रखा गया था।
जेटली ने कहा, “नीतिगत सुधार के मामले में मौजूदा समय में यही सर्वोत्तम किया जा सकता था।”
उन्होंने कहा, “भारत जैसे जटिल लोकतंत्र में आपको राजनीति से गुजरना पड़ता है, लेकिन आपको सुधार की दिशा को बरकरार रखना होता है।”
इस संबंध में मंत्री ने राज्यों में परमिट प्रणाली की जगह मुक्त सड़क परिवहन प्रणाली अपनाए जाने की नीति का उल्लेख किया, जिस कारण सार्वजनिक परिवहन सेवा की स्थिति बेहतर हुई।