नई दिल्ली, 7 मार्च (आईएएनएस)। नैसकॉम ने सोमवार को भारतीय सार्वजनिक पुस्तकालय आंदोलन (आईपीएलएम) शुरू किया। संगठन ने यह जानकारी यहां एक बयान जारी कर दी।
देश के सार्वजनिक पुस्तकालय डिजिटल प्रौद्योगिकी का फायदा उठाते हुए लाखों भारतीयों के करीब जा सकते हैं, जिनके पास कम्प्यूटर और इंटरनेट की सुविधा नहीं है।
नैसकॉम फाउंडेशन के अध्यक्ष गणेश नटराजन ने कहा, “भारत जैसे विविधतापूर्ण देश में देशव्यापी बदलाव के लिए सार्वजनिक अभियान का कोई विकल्प नहीं है। आईपीएलएम सार्वजनिक पुस्तकालयों के नेटवर्क से अपनी ताकत हासिल करेगा।”
अभियान के तहत शुरू में 300 जिला-स्तरीय पुस्तकालयों के 10 लाख पाठकों तक पहुंच बनाई जाएगी और उन्हें कंप्यूटर प्रशिक्षण जैसी सेवा देकर डिजिटल रूप से कुशल बनाया जाएगा।
उत्तर प्रदेश के माध्यमिक शिक्षा विभाग में विशेष सेवा अधिकारी सांत्वना तिवारी ने कहा, “बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन ने राज्य के सात सरकारी पुस्तकालयों के आधुनिकीकरण वाली एक पायलट परियोजना में मदद की है। इसका विस्तार किया जाएगा, जिसमें 16 अन्य सरकारी पुस्तकालयों को शामिल किया जाएगा। इसके लिए राज्य सरकार ने आईपीएलएम के साथ एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं।”
नैसकॉम फाउंडेशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीकांत सिन्हा ने कहा, “सार्वजनिक पुस्तकालयों ने देश के सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक विकास में अहम भूमिका निभाई है। हम सार्वजनिक पुस्तकालयों का स्वर्णिम दौर वापस लाने की उम्मीद के साथ यह चाहते हैं कि इन्हें देशभर में समाज के केंद्रीय स्थान के रूप में दोबारा अपना सम्मान मिले।”