नई दिल्ली, 21 नवंबर (आईएएनएस)। पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने शनिवार को कहा कि राजनीतिक फायदे के लिए कांग्रेस एक खतरनाक खेल खेल रही है और उन्होंने पार्टी पर राज्य में कट्टरपंथी लोगों को गड़बड़ी फैलाने के लिए उत्साहित करने का आरोप लगाया।
बादल ने राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी से मुलाकात कर अलगाववादी ताकतों के साथ संबंध रखने के लिए कांग्रेस को राष्ट्र विरोधी घोषित करने की मांग की है।
बादल ने कहा, “कांग्रेस पार्र्टी खतरनाक भूमिका निभा रही है। सीमावर्ती राज्य में यह कट्टरपंथी व अलगाववादी गतिविधियों का समर्थन कर रही है।” उन्होंने स्मरण दिलाते हुए कहा कि सन् 1980 में इसी तरह की राजनीति के कारण पैदा हुए आतंकवाद की वजह से पंजाब को बड़ी कीमत चुकानी पड़ी थी।”
राष्ट्रपति के साथ बैठक के पहले संवाददाताओं को संबोधित करते हुए बादल ने पंजाब में कट्टरवादी राजनीति में शामिल राजनीतिक नेताओं की प्रकट व गुप्त समर्थन के लिए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस पंजाब को फिर से अंधे कुएं में ले जाना चाहती है और उन्होंने पार्टी की मान्यता रद्द करने की मांग की।
उन्होंने 10 नवंबर को अमृतसर में राजनीतिक संगठनों द्वारा कट्टरवादी राजनीति को हवा देने के लिए आयोजित सरबत खालसा (सिख समुदाय की मंडली) को मौन समर्थन के लिए कांग्रेस की आलोचना की।
विभिन्न जेलों में बंद दोषी ठहराए गए 13 खालिस्तानी आतंकवादियों को रिहा करने के बारे में पूछे जाने पर बादल ने कहा कि उन्होंने कारवास की सजा पूरा करने वाले लोगों की रिहाई की मांग की है।
मुख्यमंत्री बादल ने पांच राज्यों व दो केंद्र शासित प्रदेशों की सरकारों को 13 कैदियों को रिहा करने की मांग की है, जिनमें दो 1995 में मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या के दोषी हैं, जिन्हें उम्र कैद की सजा सुनाई गई है।
सुखबीर बादल ने हालांकि इस बात से इंकार किया कि उन्होंने सिख आतंकवादियों की रिहाई के लिए अपने किसी समकक्ष को पत्र लिखा है।
राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद बादल ने संवाददाताओं से कहा, “हमने राष्ट्रपति को इस बात से अवगत करा दिया है कि कांग्रेस राज्य में कट्टरपंथी बलों को उत्साहित कर शांति को भंग करने में लगी है।”
बादल ने कहा, “हमने राष्ट्रपति से कांग्रेस को राष्ट्रविरोधी पार्टी घोषित करने को कहा है, क्योंकि यह देश की एकता के खिलाफ काम कर रही है।”
बादल ने यह भी आरोप लगाया कि राहुल गांधी कट्टरपंथी संगठनों के साथ जनसभाएं कर रहे हैं।