कोलकाता, 5 मई (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के लिए गुरुवार को जारी छठे एवं आखिरी चरण के मतदान में शुरुआती दो घंटों में 23 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ है। इस चरण के तहत कूच बिहार और पूर्वी मिदनापुर जिलों की 25 सीटों पर मतदान हो रहे हैं।
निर्वाचन आयोग के एक अधिकारी ने बताया, “सुबह नौ बजे तक 23.46 प्रतिशत मतदान हुआ। कूच बिहार में 21.59 प्रतिशत और पूर्वी मिदनापुर में 24.45 प्रतिशत मतदान हुआ।”
कूच बिहार जिले की नौ और पूर्वी मिदनापुर की 16 सीटों पर मतदान हो रहे हैं।
कूच बिहार जिले में 9,000 से अधिक मतदाताओं ने आजादी के बाद पहली बार अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। इनमें से तीन की उम्र 100 साल से अधिक है। इस लिहाज से यह उनके लिए एक ऐतिहासिक दिन रहा।
पूर्वी मिदनापुर में निर्वाचन आयोग ने दिव्यांग मतदाताओं के लिए उनके अनुकूल 4,000 से अधिक मतदान केंद्र बनाए, जहां बड़ी संख्या में ऐसे मतदाता पहुंचे।
पूर्वी मिदनापुर के मोयना निर्वाचन क्षेत्र में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर अपने एक एजेंट का घर तोड़ने का आरोप लगाया। इस निर्वाचन क्षेत्र में मतदाताओं को डराने-धमकाने के लिए तृणमूल के पांच कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया है।
नंदीग्राम में विपक्षी पार्टियों ने तृणमल पर अपने एजेंट को डराने-धमकाने का आरोप लगाया है।
इस चरण के तहत 58 लाख से अधिक (58,04,019) योग्य मतदाता हैं, जिनके लिए 6,774 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। कुल 170 उम्मीदवार चुनावी मैदान में है, जिनमें से 18 महिलाएं हैं।
चुनाव आयोग चरण में 7,790 इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) और 621 वोटर वेरीफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपीएटी) का इस्तेमाल कर रहा है।
पूर्वी मिदनापुर में सभी की आंखें नंदीग्राम पर बनी हुई हैं, जहां 2006-2007 में तत्कालीन वाम मोर्चे की सरकार के विरोध में किसान आंदोलन हुआ था। इस आंदोलन ने राज्य से 34 वर्षो से सत्ता में काबिज वाम मोर्चे को सत्ता से उखाड़ फेंकने में अहम भूमिका निभाई थी।
तृणमूल कांग्रेस ने 2011 में कांग्रेस के साथ गठबंधन में 20 सीटें जीती थी। इस बार कांग्रेस का गठबंधन वाम मोर्चे के साथ है।