लाहौर, 11 जुलाई (आईएएनएस)। पाकिस्तान के पहले सिख पुलिस अधिकारी गुलाब सिंह शाहीन ने दावा किया है कि सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति की मूल संस्था ईटीपीबी के साथ संपत्ति विवाद की वजह से उन्हें पीटा गया और लाहौर्स डेरा चहल स्थित घर से उन्हें, उनकी पत्नी व बच्चों समेत बेदखल कर दिया गया।
उन्होंने मंगलवार देर रात फेसबुक पर पोस्ट में दावा किया कि उन्हें पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (पीएसजीपीसी) की मूल संस्था ईवेक्यूई ट्रस्ट प्रॉपर्टी बोर्ड (ईटीपीबी) ने घर से बाहर निकाल दिया।
सिंह ने फेसबुक पर शेयर किए गए एक वीडियो में कहा, “मेरी पगड़ी को जबरदस्ती खोल दिया गया और बाल खुले छोड़ दिए गए।”
सिंह इस वीडियो में पुलिस से उस स्थान पर कम से कम ’10 मिनट तक’ रहने देने की प्रार्थना करते दिख रहे हैं, जहां वह 1947 से रह रहे थे।
उन्होंने पुरी दुनिया में सिखों से उनकी मदद करने का आग्रह किया और सिख के बाल व पगड़ी के अपमान पर संज्ञान लेने के लिए कहा।
वर्ष 2011 में, गुलाब सिंह ने ईवेक्यूई ट्रस्ट प्रॉपर्टी बोर्ड (ईटीपीबी) के तत्कालीन चेयरमैन सैयद अख्तर हाशमी के खिलाफ अवैध रूप से गुरुद्वारे की प्रॉपर्टी बेचने का मामला दर्ज किया था। फरवरी 2018 में, शीर्ष अदालत ने हाशमी को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया था।
ईटीपीबी ने कहा कि सिंह ने अवैध रूप से गुरुद्वारा जनम स्थान ‘बेबे नानकी डेरा चाहिल’ के लंगर हाल को अवैध रूप से हथिया लिया था, जिसे अतिक्रमण रोधी टीम द्वारा खाली करवाया गया।