वाशिंगटन, 12 जनवरी (आईएएनएस)। अमेरिका ने एक बार फिर उम्मीद जताई है कि पाकिस्तान पठानकोट आतंकी हमले की विस्तृत जांच करेगा। इसी बीच एक विशेषज्ञ ने अमेरिका का आह्वान किया है कि वह पाकिस्तान पर बिलकुल साफ शब्दों में सभी आतंकी समूहों को मदद बंद करने के लिए दबाव डाले।
वाशिंगटन, 12 जनवरी (आईएएनएस)। अमेरिका ने एक बार फिर उम्मीद जताई है कि पाकिस्तान पठानकोट आतंकी हमले की विस्तृत जांच करेगा। इसी बीच एक विशेषज्ञ ने अमेरिका का आह्वान किया है कि वह पाकिस्तान पर बिलकुल साफ शब्दों में सभी आतंकी समूहों को मदद बंद करने के लिए दबाव डाले।
अमेरिका के विदेश विभाग के प्रवक्ता जान किर्बी ने सोमवार को संवाददाताओं से कहा कि अमेरिका, भारत और पाकिस्तान के बीच दोस्ती के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि पठानकोट हमले के बावजूद दोनों देशों को अपने द्विपक्षीय मुद्दों पर बात जारी रखनी चाहिए।
उन्होंने कहा, “हम इस लक्ष्य (शांति) के प्रति समर्पित हैं। ये कठिन मुद्दे हैं, ये कुछ बेहद जटिल रिश्ते हैं।”
किर्बी ने कहा कि अमेरिका के विदेश मंत्री जॉन केरी ने शनिवार को प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से बात की थी। किर्बी ने कहा, “दोनों नेताओं ने न सिर्फ पाकिस्तान, बल्कि क्षेत्र में आतंकवाद पर ध्यान केंद्रित रखने की महती जरूरत पर जोर दिया।”
किर्बी ने कहा कि केरी ने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव घटाने और आतंक के मुद्दे पर साथ काम करने पर जोर दिया।
एक सवाल के जवाब में किर्बी ने कहा कि केरी और नवाज की बातचीत में भारत और पाकिस्तान के विदेश सचिवों की प्रस्तावित वार्ता का मुद्दा भी उठा।
पठानकोट हमले की पाकिस्तानी जांच में प्रगति के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, “हमारी उम्मीद है कि जांच मुकम्मल और पारदर्शी होगी। रही बात जांच में प्रगति की तो इस बारे में पाकिस्तानी अधिकारियों से बात करें।”
इस बीच, कौंसिल ऑन फॉरेन रिलेशन्स में भारत, पाकिस्तान और दक्षिण एशिया मामलों की वरिष्ठ फेलो अलाइसा आयरेस ने कहा कि अमेरिका, भारत और पाकिस्तान की द्विपक्षीय वार्ता में कोई भूमिका नहीं निभा सकता, लेकिन वह उस वार्ता प्रक्रिया को बाधित करने की कोशिशों से बचा जा सकता है, जिसे सफल होने का हर मौका मिलना चाहिए।
आयरेस ने लिखा है, “एक सबसे बड़ी बात अमेरिका यह कर सकता है कि वह पाकिस्तान पर बिलकुल साफ शब्दों में दबाव डाले कि वह आतंकी समूहों का समर्थन बंद करे। कुछ खास का नहीं बल्कि सभी का समर्थन बंद करे। उन सभी का जो भारत और क्षेत्र में अस्थिरता फैला रहे हैं।”