अगरतला/आईजोल/इंफाल, 24 अप्रैल (आईएएनएस)। देश के पूर्वोत्तर राज्यों में मौसमी चक्रवाती बारिश और तूफान से घरों को नुकसान पहुंचने के साथ ही बिजली आपूर्ति और सड़क यातायात प्रभावित हुआ है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
त्रिपुरा के बिजली मंत्री माणिक डे ने अगरतला में मीडिया को बताया कि तूफान के साथ बारिश भी हुई, जिसके कारण त्रिपुरा के विभिन्न हिस्सों में बिजली आपूर्ति बाधित हुई है।
उन्होंने कहा, “2,500 से अधिक बिजली के खंभे क्षतिग्रस्त हुए हैं, 1,500 किलोमीटर से अधिक बिजली पारेषण तार नीचे आ गए हैं और 100 से अधिक बिजली वितरण केंद्र प्रभावित हुए हैं।”
उन्होंने कुल आठ करोड़ रुपये का नुकसान आंका है।
हाल के दिनों में तेज बारिश के साथ तूफान और आकाशीय बिजली से त्रिपुरा, मिजोरम और मणिपुर में तकरीबन 50 लोग घायल हुए हैं।
पूर्वोत्तर के राज्यों में तूफान प्रभावित इलाकों में सारे पेड़, टेलीफोन और बिजली के खंभे उखड़ गए हैं, जिससे यातायात प्रभावित हुआ है।
त्रिपुरा, मिजोरम, मणिपुर और दक्षिणी असम में मौसम के कारण बिजली आपूर्ति का कोई समय निर्धारित नहीं है, जिस कारण स्वास्थ्य और बैंकिंग सेवाओं, जलापूर्ति और दूरसंचार सेवाएं प्रभावित हुई हैं।
बारिश और भारी तूफान के कारण मणिपुर के ज्यादातर हिस्सों, विशेष रूप से पहाड़ी इलाकों में बड़ी संख्या में घर क्षतिग्रस्त हुए हैं और बिजली के तार टूट गए हैं।
पूर्वी इंफाल, पश्चिमी इंफाल और थौबल जिला तूफान में सर्वाधिक प्रभावित हुए हैं।
मणिपुर बिजली विभाग के एक अभियंता ने कहा कि तूफान के कारण विभिन्न हिस्सों में बिजली के तार टूट गए हैं। बिजली आपूर्ति बहाल करने के लिए कर्मचारी चौबीस घंटे काम कर रहे हैं।
राज्य में तूफान में तकरीबन 15 लोग घायल हुए हैं।
मिजोरम में एक वरिष्ठ अधिकारी पी.सी. लल्लवमसंगा ने कहा कि तूफान में 1,200 से अधिक घर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुए हैं। तूफान में घायल आठ लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है।
चार माह (जून-सितंबर) तक चलने वाला दक्षिण-पश्चिमी मानसून पूर्वोत्तर के क्षेत्रों में सामान्यत: जून के पहले सप्ताह में आता है।