इस मौके पर पार्टी के नेता मुहम्मद शाहिद घोसी ने कहा कि केंद्र सरकार बढ़ती हुई मंहगाई को रोकने में विफल हो गई है। प्रधानमंत्री को देश की नहीं, विदेशों की चिंता है, तभी वह बार-बार विदेशों के दौरे कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि देश की महंगाई चरण सीमा पर है, खाने-पीने की चीजों के दाम आसमान छू रहे हैं। एक साल में अरहर की दाल 70 रुपये से बढ़कर 130 रुपये किलो और गेहूं 15 से 25 रुपये प्रति किलो हो गया है, जिससे गरीब जनता का जिंदगी गुजारना मुश्किल हो गया है।
घोसी ने कहा कि डीजल, पेट्रोल के दाम सात दिनों में ही दो बार बराबर बढ़ाए गए हैं, जिससे ट्रांसपोर्ट का भाड़ा बढ़ गया है, गरीब जनता पर भार और अधिक बढ़ गया है। गरीब किसान परेशान व बेहाल हैं, उनकी कोई सुनने वाला नहीं है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के ‘अच्छे दिन’ लाने का नारा खोखला व झूठा साबित हो चुका है, ऐसे झूठे वादे करने वाली सरकार मंहगाई रोक न सकी। जनता को राहत न मिल सकी, ऐसी सरकार को सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं है।