कोलकाता, 21 अप्रैल (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल के निवेशकों को उनके राजस्थानी मूल की याद दिलाते हुए राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने मंगलवार को उन्हें राजस्थान में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया।
बंगाल के कारोबारियों में मारवाड़ी एक बड़ा समुदाय है।
राजे ने कहा, “राजस्थान और कोलकाता का सदियों से एक गहरा नाता है। इस शहर को हम अपने घर से दूर एक घर समझते हैं।”
राजे ने कहा, “आज मैं यहां आपको आमंत्रित करने के लिए आई हूं कि आप खुद ही राजस्थान के अवसरों को देखिए।”
राजे ने कहा कि राज्य के आखिरी कारोबारी सम्मेलन में राजस्थान ने निवेशकों के साथ 1.77 लाख करोड़ रुपये के समझौते किए थे।
असल में हालांकि 33 हजार से 40 हजार करोड़ रुपये के समझौतों को ही अमलीजामा पहनाया जा सका। जापान और कोरिया की कंपनियां राज्य में बढ़चढ़ कर निवेश कर रही हैं।
राजे ने कहा, “हम बंगाल और शेष पूर्वी भारत से निवेश आमंत्रित कर इस साझेदारी को और मजबूत करना चाहते हैं।”
राजे ने कहा कि खनन, सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) और आईटी आधारित सेवाएं, वाहन, आवास, अवसंरचना, बिजली और नवीकरणीय ऊर्जा तथा पर्यटन महत्वपूर्ण क्षेत्र हैं, जिनमें निवेश किया जा सकता है।
उन्होंने बताया, “सौर बिजली कंपनियां सौर पैनल लगाने हेतु भूमि के लिए सीधे किसानों से बात कर रही हैं।”
राजे ने कहा कि राजस्थान के शेखावटी क्षेत्र के 6-7 विशेष क्षेत्रों का विकास स्मार्ट शहर के रूप में किया जाएगा। वहां सांस्कृतिक विरासत को संजोकर रखा जाएगा और क्षेत्र को पर्यटन गंतव्य के रूप में पेश किया जाएगा।
राजे ने साथ ही कहा कि कोलकाता के कारोबारी जूट के अन्य उपयोग के बारे में सोच सकते हैं और राजस्थान उन्हें इस उद्योग को फिर से खड़ा करने में मदद कर सकता है।
राजस्थान में विदेशी निवेश पर उन्होंने कहा, “एक दूसरा औद्योगिक क्षेत्र जापान के लिए तैयार हो रहा है।”
राजे के साथ आए प्रतिनिधिमंडल में शामिल प्रमुख लोगों में रहे उच्च शिक्षा मंत्री काली चरण सर्राफ, परिवहन और लोक निर्माण विभाग मंत्री यूनुस खान और लघु उद्योग एवं खादी ग्रामोद्योग के प्रधान सचिव राजीव स्वरूप।