लखनऊ , 7 अक्टूबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश में दादरी के बिसहाड़ा गांव में हुए मोहम्मद अखलाक हत्याकांड को संयुक्त राष्ट्र (यूएन) ले जाने की बात कर विरोधियों के निशाने पर आए उप्र सरकार के कैबिनेट मंत्री आजम खां ने जोरदार पलटवार करते हुए बुधवार को कहा कि बदायूं कांड का मामला जब यूएन ले जाया गया तब समाज के ये तथाकथित ठेकेदार कहां थे।
मुख्यमंत्री आवास पर हुए एक कार्यक्रम में आजम खां ने कहा कि उन्हें खुशी है कि दादरी में एक बेगुनाह की मौत पर जम्हूरी ताकतें जिंदा हो गईं। हिंदुस्तान पूरी दुनिया से मुकाबला कर सकता है।
उन्होंने कहा, “जब कुछ लोग बदायूं कांड को यूएनओ ले गए तब समाज के ठेकेदार कहां थे। बाल श्रम का मामला यूएनओ ले जाने पर कैलाश सत्यार्थी को नोबेल पुरस्कार मिल गया। सेहत से जुड़े न जाने कितने मामले यूएनओ में हैं। बेगुनाह की मौत और हिंदू राष्ट्र बनाने के खिलाफ वह यूएन गए तो मेरी मरहूम मां का सिर काटने की धमकी दी जा रही है।”
आजम ने मुख्यमंत्री से मुखातिब होकर कहा, “आपने बेगुनाह परिवार के दर्द का अहसास किया। आपके हौसलों में कमी नहीं आनी चाहिए। ओहदों से इतिहास नहीं बनता। तारीख (इतिहास) ओहदे बनाता है। आग से कभी आग नहीं बुझती, इसके लिए पानी की जरूरत होती है।”