भोपाल, 7 अक्टूबर (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश की कांग्रेस इकाई ने निवेशकों को लुभाने के नाम पर करोड़ों रुपये फूंकने का राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि एक तरफ राज्य की अर्थव्यवस्था चरमराई हुई है, उद्योगपति अपने वादों पर अमल करने से कतरा रहे हैं, लिहाजा सरकार को श्वेत-पत्र जारी कर वास्तविकता सामने लाना चाहिए।
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता के.के. मिश्रा ने बुधवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान नियम विरुद्घ सरकारी खजाने को चूना लगाकर पूंजीपतियों और उद्योगपतियों को उपकृत करने में लगे हुए हैं। पिछले 12 वर्षो में तत्कालीन मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर और उनके बाद शिवराज सिंह चौहान ने आठ से अधिक विदेश यात्राएं की हैं, जो निवेशकों को आकर्षित करने के लिए थी और प्रदेश में नौ इन्वेस्टर्स समिट हुई।
कांग्रेस का कहना है कि सरकार बताए कि निवेशकों को आकर्षित करने वाली मुख्यमंत्री की विदेश यात्राओं और संपन्न सभी इन्वेस्टर्स समिट पर 100 करोड़ रुपये खर्च करने के बाद कितने उद्योग जमीन पर आए। कितने बेरोजगारों को उनसे रोजगार मिला। इतना ही नहीं राज्य पर कितना कर्ज बढ़ा, इसके लिए सरकार श्वेत-पत्र जारी करे।