नई दिल्ली, 9 सितम्बर (आईएएनएस)। हरियाणा के मेवात जिले में राज्य सरकार द्वारा बकरीद के त्योहार से पहले बीफ की जांच के लिए बिरयानी के नमूने इकट्ठा करने के कदम की मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने शुक्रवार को निंदा की।
माकपा ने कहा कि गौ सुरक्षा तथा संरक्षण अधिनियम के लागू होते वक्त उसने चेताया था कि इसका इस्तेमाल धार्मिक अल्पसंख्यकों को आतंकित करने के लिए किया जा सकता है।
माकपा ने एक बयान में कहा, “यह उल्लेख करना महत्वपूर्ण है कि हरियाणा में अल्पसंख्यक आबादी बेहद कम है और केवल मेवात इलाके तक ही सीमित है।”
बयान के मुताबिक, “यह बिल्कुल स्पष्ट है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) तथा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को वास्तव में गौ संरक्षण की कोई चिंता नहीं है।”
बयान में कहा गया, “पार्टी ने गोवा में लोगों के बीफ खाने के अधिकार का बचाव किया। पूर्वोत्तर में वह लोगों के बीफ सेवन के पक्ष में है।”
माकपा ने कहा, “लेकिन हरियाणा में स्पष्ट तौर पर राजनीतिक व चुनाव संबंधी उद्देश्यों को लेकर सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के लिए लोगों को आतंकित किया जा रहा है।” माकपा ने कहा कि हरियाणा सरकार को इस आपत्तिजनक अभियान को बंद करना चाहिए।