नई दिल्ली, 9 नवंबर (आईएएनएस)। अंतर्राष्ट्रीय रेटिंग एजेंसी फिच ने सोमवार को कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की हार से भारतीय अर्थव्यव्यस्था पर कोई बड़ा प्रभाव नहीं पड़ने वाला, लेकिन इससे सरकार की राजनीतिक मुश्किलें बढ़ जाएंगी।
फिच रेटिंग एशिया-पैसेफिक सोवेरन के निदेशक थॉमस रूकमाकर ने कहा, “हार से केंद्र सरकार की राजनीति में जटिलता आ सकती है, लेकिन आर्थिक मोर्चे पर हम इसके किसी बड़े प्रभाव की उम्मीद नहीं करते।”
बिहार विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) मात्र 58 सीटें (भाजपा 53) जीतने में कामयाब हो पाई, जबकि महागठबंधन ने कुल 243 सीटों में से 178 सीटों पर जीत दर्ज की। महागठबंधन में जनता दल (युनाइटेड), राष्ट्रीय जनता दल (राजद) तथा कांग्रेस शामिल है।
फिच ने कहा कि हार से भारत के मध्यम अवधि के आर्थिक दृष्टिकोण में कोई बदलाव नहीं आएगा।
रूकमाकर ने कहा, “बिहार में अगर भाजपा जीत भी जाती, तो राज्यसभा में तत्काल उसके समर्थन में कोई खास बदलाव नहीं आता।”
एक विशेषज्ञ ने रविवार को कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव परिणाम से भाजपा नीत केंद्र सरकार की वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) अधिनियम को संसद में पास कराने की योजना को झटका लगा है।
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में हाल तक प्रोफेसर रह चुके अर्थशास्त्री अरुण कुमार ने कहा, “बिहार चुनाव परिणाम से विपक्षी पार्टियां और मुखर होंगी और नरेंद्र मोदी सरकार के लिए जीएसटी विधेयक को पास कराना टेढ़ी खीर होगी।”
केंद्र सरकार ने देश भर में जीएसटी को अगले साल अप्रैल से लागू करने की तैयारी कर रखी है, लेकिन वर्तमान में यह संसद में फंसी है।