नई दिल्ली, 15 मार्च (आईएएनएस)। ब्लॉक चेन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस समेत विविध डिजिटल प्रौद्योगिकी से देश में कारोबारी पूंजी प्रबंधन प्रणाली की समस्या का निदान हो सकता है। यह दावा एक हालिया रिपोर्ट में किया गया है।
एसोचैम और पेशेवर सेवा क्षेत्र की कंपनी डेलॉयट की ओर से संयुक्त रूप से तैयार की गई रिपोर्ट, ‘रोल ऑफ ट्रेड फॉर इन्क्लूसिव ग्रोथ अर्थात समावेशी विकास के लिए कारोबारी पूंजी की भूमिका’ में कहा गया है कि पहचान प्रबंधन व ‘अपने ग्राहक को जानिए’ (केवाईसी) के लिए ब्लॉकचेन का अनुप्रयोग काफी भरोसेमंद प्रतीत होता है।
प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल पर किए गए इस अध्ययन में कहा गया है कि भारत में बैंकों को ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकी की व्यावहारिकता को प्रमाणित करने के लिए इस पर प्रयोग करना चाहिए और इसके निहितार्थ को गंभीरता से समझना चाहिए।
हालांकि व्यापक स्तर पर अपनाने से पहले ब्लॉकचेन को अमल में लाने के लिए नये उपयोगकर्ताओं, विनियामकों की स्वीकार्यता, बैंकों की बदलती भूमिका, ढांचागत मसले व छोटे स्तर की कंपनियों व कारोबारियों की चुनौतियों को सुलझाना होगा।