नई दिल्ली, 28 मई (आईएएनएस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने गुरुवार को त्रिपुरा से सशस्त्र बल विशेष शक्तियां अधिनियम (अफस्पा) हटाने के राज्य सरकार के फैसले का स्वागत किया। यह अधिनियम हिंसाग्रस्त क्षेत्रों में सुरक्षा बलों को व्यापक अधिकार और न्यायिक छूट देता है।
भाजपा नेता और पार्टी की त्रिपुरा इकाई के प्रभारी सुनील देवधर ने कहा, “यह एक स्वागत योग्य कदम है और हम त्रिपुरा सरकार के इस फैसले की सराहना करते हैं।”
उन्होंने हालांकि इस फैसले का श्रेय नरेंद्र मोदी सरकार को दिया। देवधर के मुताबिक, मोदी सरकार ने ही राज्य की वाम मोर्चे की सरकार पर अफस्पा हटाने के लिए दबाव डाला था।
देवधर ने कहा, “पूर्वोत्तर क्षेत्र में मोदी सरकार द्वारा शुरू की गईं विकास परियोजनाओं के कारण वहां पर सकारात्मक माहौल बना है और इसी ने त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक सरकार को यह फैसला लेने के लिए बाधित किया।”
उन्होंने हालांकि राज्य में मौजूदा कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर माणिक सरकार के नेतृत्व वाली सरकार की आलोचना की।
उन्होंने कहा, “1998 से अब तक वाम मोर्चे की सरकार के पांच विधायकों की हत्या हो चुकी है। लेकिन अभी तक पीड़ितों के साथ न्याय होता नहीं दिखता।”
देवधर से जब पूछा गया कि क्या भाजपा जम्मू एवं कश्मीर में लंबे समय से अफस्पा हटाए जाने की मांग का समर्थन करेगी तो उन्होंने कहा, “हर राज्य की स्थिति अलग होती है।”
केंद्रीय गृहमंत्रालय ने भी त्रिपुरा से अफस्पा हटाए जाने के फैसले का स्वागत किया है।
उल्लेखनीय है कि त्रपुरा सरकार ने बुधवार को राज्य से अफस्पा हटाने का फैसला लिया था। राज्य में यह अधिनियम 18 साल पहले आतंकवाद कम करने के लिए लागू किया गया था।