वाशिंगटन, 2 जुलाई (आईएएनएस)। कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त प्राध्यापक भारतवंशी आर.पॉल सिंह को 2015 ग्लोबल कन्फेडरेशन फॉर हाइयर एजुकेशन एसोसिएशन फॉर एग्रीकल्चर एंड लाइफ साइंस वल्र्ड एग्रीकल्चर पुरस्कार के लिए नामित किया गया है।
वाशिंगटन, 2 जुलाई (आईएएनएस)। कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त प्राध्यापक भारतवंशी आर.पॉल सिंह को 2015 ग्लोबल कन्फेडरेशन फॉर हाइयर एजुकेशन एसोसिएशन फॉर एग्रीकल्चर एंड लाइफ साइंस वल्र्ड एग्रीकल्चर पुरस्कार के लिए नामित किया गया है।
भारत के पंजाब कृषि विश्वविद्यालय से कृषि इंजीनियरिग करने वाले सिंह ऊर्जा संरक्षण, फसल कटाई के बाद इस्तेमाल होने वाली तकनीक सहित अन्य क्षेत्रों में शोध के लिए जाने जाते हैं।
उन्होंने ब्राजील, भारत, पेरू, पुर्तगाल और थाईलैंड सहित विश्वभर के संस्थानों में खाद्य इंजीनियरिग को स्थापित करने तथा इसके विकास में मदद की है।
जून 2015 को उनके 115 शैक्षणिक वीडियो को 193 देशों में डेड़ लाख बार देखा गया।
सिंह ने कहा, “मैं इस अवार्ड को प्राप्त करने को लेकर बहुत सम्मानित महसूस कर रहा हूं।”
उन्होंने कहा, “मैं यूसी डेविस के मेरे सहकर्मियों के लगातार दिए गए साथ का भी ऋणी हूं, जिनकी वजह से मैं खाद्य इंजीनियरिग में शोध और शैक्षणिक गतिविधियां के बारे में सोच पाया।”
अवार्ड की घोषणा वार्षिक सीजीएचईआरए सम्मेलन के दौरान की जाएगी, जिसका आयोजन 24-26 जून को लेबानान के जोनेह स्थित होली स्पीरिट यूनिवर्सिटी ऑफ कासलिक में किया जाएगा।
औपचारिक रूप से यह पुरस्कार 20 सितंबर को नानजिंग कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित समारोह के दौरान दिया जाएगा।
सिंह ने स्नातकोत्तर और पीएचडी क्रमश: यूनिवर्सिटी ऑफ विस्कोनसिन-मेडिसन और मिशिगन स्टेट यूनिवर्सिटी से की थी। इसके एक साल बाद 1975 में वह यूसी डैविस से बतौर प्राध्यापक से जुड़े।
यूसी डैविस की कुलपति लिंडा पी.बी.कैथी ने कहा, “पिछले चार साल से सिंह का काम खाद्य इंजीनियरिग के क्षेत्र में पथ प्रदर्शक रहा है, जिसने विश्वभर में लोगों की जिदगियों में सुधार किया है।”
उन्होंने कहा, “यह प्रतिष्ठित और उचित सम्मान उनके शोध के महत्व का साक्षी है।”
नासा के साथ हुए समझौते के तहत उनके शोध समूह ने मंगल के मानवयुक्त अभियान के लिए खाद्य प्रसंस्करण उपकरण तैयार किया था।