भोपाल, 19 जनवरी (आईएएनएस)। देश में गाय को लेकर सियासत भले हो रही है, मगर मध्य प्रदेश की पशुपालन मंत्री कुसम महदेले के गृह जनपद पन्ना की एक गौशाला में ही बीते एक पखवाड़े में 100 से ज्यादा गायों की मौत हो चुकी है। जबकि प्रशासन 60-70 गायों की मौत की बात मान रहा है।
सूत्रों के अनुसार, पन्ना जिले के पवई कस्बे के करीब विद्यासागर गौ संवर्धन समिति द्वारा संचालित गौशाला में बीते एक पखवाड़े से लगातार गायों की मौत का सिलसिला जारी है। बीते दो दिनों में गायों की मौत की संख्या में इजाफा हुआ है।
सूत्रों ने बताया कि अब तक इस गौशाला में सौ से ज्यादा गायों की मौत हो चुकी है।
पवई के अनुविभागीय अधिकारी, राजस्व (एसडीएम) सुरेश कुमार गुप्ता ने बुधवार को आईएएनएस को बताया, “बीते एक पखवाड़े से लगातार चार-पांच गायों की प्रतिदिन मौत हो रही है। इस तरह एक पखवाड़े में 60 से ज्यादा गायों की मौत हो चुकी है। अब स्थिति पर नजर रखने के लिए प्रशासनिक अमले के साथ पशु पालन विभाग का भी सहयोग लिया जा रहा है, ताकि गायों को चारा, भूसा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराने के साथ उनके स्वास्थ्य की भी देखभाल हो सके।”
गुप्ता ने आगे कहा, “इस गौशाला की क्षमता दो-ढाई हजार गायों की है, मगर इस समय यहां लगभग चार हजार गायें हैं। ये सभी गायें उम्रदराज और शारीरिक तौर पर दुर्बल हैं। इसके अलावा संख्या बढ़ने से भी कुछ व्यवस्था प्रभावित हुई है। साथ ही ठंड का असर भी है।”
गायों की मौत को लेकर पशुपालन विभाग के संचालक डॉ. आर. के. रोकड़े ने आईएएनएस से कहा, “ऐसी खबर तो आई है और पन्ना के जिलाधिकारी सहित अन्य अफसर मौके पर गए हैं। कितनी गायों की मौत हुई है, इसका ब्योरा अभी उपलब्ध नहीं है।”
पन्ना जिला राज्य की पशुपालन मंत्री कुसुम महदेले का गृह जनपद है। यह जिला बुंदेलखंड में आता है। यहां सूखे के चलते फसलें चौपट हो चुकी हैं और किसानों के पास गायों को खिलाने के लिए चारा नहीं है। बीते दिनों इस क्षेत्र के दौरे पर आए स्वराज अभियान के संयोजक योगेंद्र यादव ने भी गायों की स्थिति पर चिंता जताई थी।