नई दिल्ली, 23 सितम्बर (आईएएनएस)। यौन शिक्षा पर आधारित ‘सेक्स की अदालत’ नामक पांच एपिसोड की वेब श्रृंखला रिलीज करने वाले निर्देशक फिरोज अब्बास खान का कहना है कि लोगों की मानसिकता में रातोंरात बदलाव आने की उम्मीद नहीं की जा सकती।
नई दिल्ली, 23 सितम्बर (आईएएनएस)। यौन शिक्षा पर आधारित ‘सेक्स की अदालत’ नामक पांच एपिसोड की वेब श्रृंखला रिलीज करने वाले निर्देशक फिरोज अब्बास खान का कहना है कि लोगों की मानसिकता में रातोंरात बदलाव आने की उम्मीद नहीं की जा सकती।
यूट्यूब पर उपलब्ध श्रृंखला में भारत में बेटे की चाहत, मासिक धर्म, वर्जिनिटी जैसे कई वर्जित मुद्दों को वैज्ञानिक तथ्यों के साथ कोर्टरूम ड्रामा के रूप में उठाया गया है।
फिरोज ने आईएएनएस को बताया, “यह वेब श्रृंखला दर्शकों के विचारों को झकझोरेगी और बदलाव लाएगी, लेकिन बदलाव रातोंरात नहीं आ सकता। मानसिकता बदलने में समय लगता है, लेकिन अगर आप बात करना भी शुरू नहीं करते, इस विषय को ही नहीं उठाते तो फिर बदलाव कैसे आएगा? “
निर्देशक संगीतमय नाटक ‘मुगल-ए-आजम’ में भी व्यस्त हैं।