चंडीगढ़, 11 जुलाई (आईएएनएस)। पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिह ने बुधवार को कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मलौट रैली में किसानों की किसी बड़ी चिंता का समाधान करने में उनकी ‘विफलता’ पर ‘निराश’ हैं।
अमरिंदर ने यहां एक बयान में कहा, “परेशान किसान जो मोदी की सुनने के लिए इकट्ठे हुए थे, उन्हें उनके लंबे भाषण में अपनी समस्या का कोई समाधान नहीं मिला, जिसमें लफ्फाजी ज्यादा थी और तथ्य कम थे।”
मोदी यहां शिरोमणि अकाली दल द्वारा आयोजित ‘धन्यवाद रैली’ को संबोधित करने आए थे, जिसे मोदी सरकार द्वारा ‘धान के न्यूनतम समर्थन मूल्य में अब तक की सर्वाधिक वृद्धि’ के मद्देनजर आयोजित की गई थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह इस तथ्य से हैरान हैं कि प्रधानमंत्री ने किसानों की आत्महत्या, कर्ज और यहां तक कि स्वामीनाथन समिति की रपट पर चर्चा भी नहीं की।
अमरिंदर ने कहा कि रैली में किसान पसीना बहाकर इस उम्मीद के साथ पहुंचे थे कि प्रधानमंत्री कुछ ठोस घोषणा करेंगे, लेकिन उन्हें निराशा हाथ लगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि मोदी ने किसान समुदाय के समक्ष गंभीर मुद्दों को रखने का बड़ा अवसर गंवा दिया।
सिंह ने कहा, “अगर वह देश की हरित क्रांति में पंजाब के किसानों के योगदान पर वास्तव में शुक्रिया अदा करना चाहते हैं तो मोदी को किसानों की कर्ज माफी और स्वामीनाथन रपट के पूरी तरह लागू करने के लिए ठोस घोषणाएं करनी चाहिए।”