पटना, 10 अगस्त (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मुजफ्फरपुर में दिए गए ‘डीएनए’ वाले बयान को वापस लेने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ‘शब्द वापसी अभियान’ चलाएंगे। इसके तहत 50 लाख लोगों के हस्ताक्षर और ‘डीएनए सैंपल’ प्रधानमंत्री को भेजे जाएंगे।
नीतीश ने सोमवार को ट्विटर पर इसकी घोषणा की। उन्होंने लिखा, “प्रधानमंत्री मोदीजी का डीएनए वाला बयान बिहार और बिहार वासियों का अपमान है। लोकतंत्र में जनता सवरेपरि है, अब इस विषय का फैसला जनता की अदालत में होगा।”
उन्होंने कहा, “शब्द वापसी के इस अभियान में कम से कम बिहार के 50 लाख लोग हस्ताक्षर अभियान से जुड़ेंगे और जांच के लिए अपना सैंपल भी मोदी जी को भेजेंगे।”
मुख्यमंत्री ने ट्वीट में लिखा, “29 अगस्त को पटना के गांधी मैदान में ‘स्वाभिमान रैली’ के साथ इस अभियान का प्रारंभ किया जाएगा तथा सितंबर में अभियान के दूसरे चरण में शब्द वापसी के लिए हस्ताक्षर और सैंपल भेजे जाएंगे। इस अभियान के तहत राज्य के चार-पांच क्षेत्रों में स्वाभिमान रैली आयोजित की जाएगी।”
नीतीश ने कहा कि गया रैली में प्रधानमंत्री का बिहार को ‘बीमारू’ और इसके लोगों को ‘बदकिस्मत’ बताना भी दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि अपमानित करने वालों को यहां की जनता माकूल जवाब देगी।