नई दिल्ली, 8 अप्रैल (आईएएनएस)। भारत में जर्मनी के राजदूत माइकल स्टीनर ने यहां बुधवार को कहा कि दुनिया के सबसे बड़े औद्योगिक मेले ‘हनोवर मेसे’ में अपनी ‘मेक इन इंडिया’ पहल तथा प्रौद्योगिकी कौशल को प्रस्तुत करने का भारत के पास एक बेहतरीन मौका होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल रविवार को संयुक्त रूप से हनोवर मेले का उद्घाटन करेंगे, जिसमें भारत एक साझेदार देश होगा।
स्टीनर ने संवाददाताओं से कहा कि इस मेले में मोदी के साथ पांच केंद्रीय मंत्री तथा तीन मुख्यमंत्री होंगे, जबकि 350 भारतीय कंपनियां भी हिस्सा लेंगी।
राजदूत ने कहा, “भारत के मेक इन इंडिया के शेर वाले लोगो को जर्मनी में हर जगह, हवाईअड्डों व सार्वजनिक जगहों पर देखा जा सकता है।”
उन्होंने कहा कि साल 1947 से आयोजित होते आ रहे हनोवर मेले में एक सप्ताह की अवधि में लगभग छह हजार प्रदर्शक और इसे देखने लगभग दो लाख लोग आएंगे।
रविवार के दिन ही लंदन से कोलकाता टेलीग्राफ लाइन की 145वीं वर्षगांठ है, जिसका निर्माण जर्मनी की कंपनी सिमेंस ने किया था और तब से लेकर आज तक भारत के साथ यह संपर्क बना हुआ है।
भारत में जर्मनी आठवां सबसे बड़ा प्रत्यक्ष निवेशक है। साल 1991-2014 के दौरान भारत में जर्मनी का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) 7.57 अरब डॉलर था।
यूरोपीय संघ में जर्मनी भारत का सबसे बड़ा कारोबारी साझेदार है, जिसका द्विपक्षीय कारोबार साल 2014 में लगभग 16 अरब यूरो था।