नई दिल्ली, 29 फरवरी (आईएएनएस)। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने सोमवार को पार्टी महासचिव सीताराम येचुरी और अन्य पर हैदराबाद में दर्ज हुए देशद्रोह के मामले की कड़ी शब्दों में निंदा करते हुए इसे वापस लेने की मांग की।
माकपा एक बयान में कहा, “इन नेताओं के खिलाफ पुलिस ने जो एफआईआर दर्ज की है, वह इसलिए क्योंकि इन नेताओं ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्रों का समर्थन किया है, जो छात्र नेता और अन्य छात्र संगगठनों के नेताओं के खिलाफ देशद्रोह के मामले का विरोध कर रहे हैं।”
माकपा ने कहा, “जिस तरह देशद्रोह कानून की धारा का दुरुपयोग इस मामले में हो रहा है, उससे यह आवश्यक हो गया है कि देशद्रोह से संबंधित भारतीय दंड संहिता की धारा 124 ए को हटा दिया जाए।”
पार्टी ने केंद्र सरकार से अपील की है कि वह विपक्षियों तथा असहमत लोगों को ‘राष्ट्र-विरोधी’ न बताए।
उल्लेखनीय है कि रविवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, माकपा महासचिव सीताराम येचुरी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और अन्य नेताओं के खिलाफ हैदराबाद के एक पुलिस थाना में देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया था।
अदालत के निर्देश पर हैदराबाद के सरूरनगर पुलिस थाना में जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार और कांग्रेस, माकपा तथा आप नेताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई।
एफआईआर में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के नेता डी. राजा, कांग्रेस नेता अजय माकन, आनंद शर्मा और जनता दल (युनाइटेड) के नेता के.सी. त्यागी का नाम भी शामिल है।