नई दिल्ली, 27 फरवरी (आईएएनएस)। रिलायंस जियो भारत में अपनी 4जी दूरसंचार सेवा शुरू करने की तैयारी में जुटा है। विश्लेषकों का कहना है कि इससे जहां मौजूदा कंपनियों के मुनाफे और विस्तार पर असर पड़ेगा, वहीं स्पेक्ट्रम के क्षेत्र में भी समेकन देखने को मिलेगा, क्योंकि कंपनी इस क्षेत्र में अपने को मजबूत करेगी।
क्रेडिट रेटिंग एजेंसी इंडिया रेटिग एंड रिसर्च का कहना है, “रिलायंस जियो के आने से प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी, जिससे बाजार हिस्सेदारी में सिकुड़न देखने को मिलेगी। इससे मौजूदा कंपनियों के मुनाफे में भी कमी देखने को मिलेगी।”
फिंच समूह के संपूर्ण स्वामित्व वाली कंपनी, इस एजेंसी ने देश के दूरसंचार सेवा क्षेत्र के साल 2016-17 के बारे में अपने दृष्टिकोण को संशोधित करते हुए स्थिर से बदलकर ‘स्थिर से नकारात्मक’ कर दिया है।
एजेंसी का कहना है कि डेटा बाजार में सबसे कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिलेगी, इससे कंपनियों की प्रति उपभोक्ता कमाई कम होगी।
इस हफ्ते की शुरुआत में रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने जियो के बारे में कहा था कि उनकी कंपनी के कर्मचारी पहले से ही इस सेवा का इस्तेमाल कर रहे हैं और वे 2016 की दूसरी छमाही में इसे लांच करेंगे। इसके जरिए भारत में हाईस्पीड मोबाइल इंटरनेट सेवा और फोन सेवा मुहैया कराई जाएगी।
एजेंसी का कहना है, “रिलायंस जियो भारत की अकेली दूरसंचार सेवा प्रदाता होगी, जिसके पास संपूर्ण भारत में एक गीगाहर्ट्ज तक का स्वतंत्र स्पेक्ट्रम है, जो कि कुल उपलब्ध स्पेक्ट्रम का 30 फीसदी है। निश्चित रूप से दूसरी दूरसंचार सेवा कंपनियों के लिए यह ईष्र्या का विषय है।”