लखनऊ, 23 अप्रैल (आईएएनएस)। लखनऊ में सभी मिशनरी स्कूल और अस्पताल ईसाई समुदाय पर लगातार हो रहे हमलों और हाल ही में आगरा के एक गिरजाघर में की गई तोड़फोड़ के विरोध में गुरुवार को बंद रखे गए।
मिशनरी कार्यालयों के संचालनकर्ताओं ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आश्वासन के बावजूद देशभर में ईसाइयों पर हो रहे हमले बंद नहीं हुए हैं और समुदाय असहाय हो गया है।
इससे पहले ईसाई समुदाय ने एक शांतिपूर्ण बैठक भी रखी और चेतावनी दी कि यदि समुदाय और उनकी संपत्ति को उचित सुरक्षा मुहैया नहीं कराई गई, तो उन्हें आंदोलन करना पड़ेगा।
कैथोलिक डायसिस के बिशॉप जेराल्ड मैथ्यू ने कहा कि ये हमले अमंगल का संकेत हैं और यह भी देखा गया है, ऐसी घटनाओं के बाद आश्वासन देने के बावजूद पर्याप्त कदम नहीं उठाए गए हैं।
उन्होंने कहा कि यह विरोध सरकार के लिए चेतावनी है। उत्तर प्रदेश के हरदोई, उन्नाव, बहराईच, लखीमपुर, गोंडा, बाराबंकी, सीतापुर, श्रावस्ती और बलरामपुर में भी सभी मिशनरी स्कूल, क्लीनिक और अस्पताल विरोधस्वरूप बंद हैं।
असेम्बली ऑफ बिलिवर्स चर्च के बिशॉप अगस्टस एंथनी ने कहा कि यदि स्थिति नहीं बदलती है, तो पहले वे राज्यव्यापी आंदोलन शुरू करेंगे और जरूरत पड़ी तो राष्ट्रव्यापी आंदोलन भी करेंगे।